लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन आज यहां एम0बी0क्लब में लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के वार्षिक चुनाव में पुनः अध्यक्ष पद के लिये निर्विरोध निर्वाचित किये गये। श्री रंजन अध्यक्ष के पद पर दूसरी बार निर्वाचित हुये हैं। श्री रंजन के नेतृत्व में लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन ने अपनी बेहतर कार्यशैली से सर्वोत्तम पुरस्कार भी प्राप्त किया है। 

नव निर्वाचित अध्यक्ष आलोक रंजन ने अपने सम्बोधन में कहा कि एसोसिएशन को लगातार 2006-07 व 2007-08 तथा पुनः 2013-14 में श्रेणी-2 में सर्वोत्तम एलएमए पुरस्कार प्राप्त हुये हैं। उन्होंने कहा कि एलएमए ने इन वर्षाें में अपनी संख्या, विविधता एवं गुणवत्ता में सुधार किया है। सदस्यों की संख्या के आधार पर वर्ष 2008-09 में एलएमए एआईएमए की श्रेणी-1 में पहुँच गया, किन्तु 2013 में श्रेणीकरण में परिवर्तन के कारण पुनः श्रेणी-2 में आ गया। वर्तमान वर्ष (2014-15) में एलएमए को फिर से श्रेणी-2 में सर्वोत्तम एलएमए पुरस्कार मिला है।

श्री रंजन ने कहा कि एलएमए का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा है। एआईएमए द्वारा सर्वोत्तम एलएमए पुरस्कार प्रदान किए जाने के अतिरिक्त देश की सर्वोच्च आठ स्थानीय प्रबन्धन संगठनों में सम्मिलित किया गया तथा एलएमए को एआईएमए परिषद में स्थाई सदस्यता प्रदान की गई। इससे 14 वर्ष पूर्व एलएमए द्वारा लक्षित किए गए दो विज़नों में से एक को पूर्ण करने में सफलता मिली। दूसरे विज़न को भी प्राप्त करने के लिए हम निरन्तर प्रयास करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन ने अपनी सदस्यता, शक्ति तथा संचालन में गुणात्मक वृद्धि की है। वर्तमान में एलएमए की सदस्यता के लिए प्रोफेशनल्स में होड़ लगी हुई है। अब विभिन्न क्षेत्रों, जैसे- शिक्षा, व्यापार व शासन के वरिष्ठ प्रोफेशनल्स के द्वारा एलएमए में अधिक सक्रिय योगदान दिया रहा है। वर्ष 2010-11 में एलएमए ने ‘ग्लोबल थाॅट लीडरशिप सिरीज़’ का शुभारम्भ किया, जिसमें एलएमए के सदस्यों को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के विख्यात लोगों से संवाद का अवसर मिला। इस क्रम में अभी तक 11 विश्वविख्यात विभूतियों ने एलएमए की बैठकों को सम्बोधित किया है, जिसमें से दो नोबेल पुरस्कार विजेता थे।

एल0एम0ए0 के नवनिर्वाचित अध्यक्ष ने कहा कि एलएमए का सर्वोच्च कार्यक्रम- एलएमए वार्षिक सम्मेलन है, जो देश के इस भाग में प्रबन्धन से सम्बन्धित सबसे बड़ा कार्यक्रम है। इन विशिष्ट विषय-वस्तु आधारित सम्मेलनों को 2002 से निरन्तर आयोजित किया जा रहा है। 2014 का सम्मेलन क्तपअपदह न्ण्च्ष्े ळतवूजी जीतवनही च्वूमत ैमबजवत पर आधारित था, तथा अभी हाल ही में 4 दिसम्बर 2015 को क्मअमसवचपदह ैउंतज ब्पजपमे.प्उचमतंजपअमे ंदक ब्ींससमदहमे थीम पर आधारित सम्मेलन सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। 

एलएमए अपने 38वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है, इसकी यात्रा के प्रमुख बिन्दुओं पर प्रकाश डालना आवश्यक है। 1976 में उ.प्र. सरकार के योजना विभाग के सचिव, श्री टी एन धर के नेतृत्व में तथा मुख्यमंत्री श्री नारायण दत्त तिवारी के मार्ग निर्देशन में लखनऊ के कुछ प्रमुख व्यवसायिओं ने एआईएमए के अन्तर्गत लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन को स्थानीय चैप्टर के रूप में गठित किया गया। 1984 में लखनऊ में आईआईएम की स्थापना से एलएमए के कार्यकलापों को प्रोत्साहन मिला। एलएमए ने अपनी लेक्चर बैठकों में अनेक प्रतिष्ठित वक्ताओं को आमंत्रित किया, जो अभी भी जारी है। समय के साथ एलएमए के आकार व स्तर में वृद्धि हुई। सन् 2000 में संस्था द्वारा निर्णय लिया गया कि अब प्रबन्धन से आगे बढ़ कर कुछ सृजनात्मक किया जाए, जिसके फलस्वरूप एक मिशन, विज़न, मूल्यों को अंगीकृत किया गया। इनको एलएमए की सभी बैठकों व आयोजनों में गाया जाता है। तब से एलएमए राज्य के विकास हेतु विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से सहयोग कर रहा है।

वर्ष 2004 में एलएमए ने एल्डिको मैग्नम प्लाज़ा में एक छोटी सी वाणिज्यिक जगह ले ली, जिसका न केवल मूल्य बढ़ रहा है बल्कि किराये से लगातार आमदनी भी हो रही है। इस सम्पत्ति को क्रय करने हेतु ऋण लिया गया, जिसको एलएमए की अपनी आय से शीघ्र ही वापस भी कर दिया गया। 20 मार्च 2014 में एलएमए ने एक और 1686 वर्ग फीट की वाणिज्यिक सम्पत्ति टाइटेनियम, शालीमार काॅर्पोरेट पार्क, विभूति खण्ड, लखनऊ में क्रय की है।