नई दिल्ली। बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद के खिलाफ पार्टी ने कार्रवाई करने का मन बना लिया है। डीडीसीए मामले में वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए पार्टी गुस्से में है। उनकी इस हरकत को पार्टी विरोधी गतिविधि के तौर पर देखा जा रहा है। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक अब उनका बीजेपी से सस्पेंड होना लगभग तय है।

सूत्रों ने बताया कि शीत सत्र खत्म होने के बाद पार्टी कीर्ति को कारण बताओ नोटिस देगी। इसके बाद उन्हें निलंबित भी किया जा सकता है। बुधवार को शीत सत्र का अंतिम दिन है। ऐसे में सरकार नहीं चाहती कि सत्र के दौरान किसी तरह का नया विवाद पैदा हो और अंतिम दो दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ जाएं। सरकार की प्राथमिकता इन दो दिनों में कुछ अहम विधेयकों को पारित कराना है।

कीर्ति पर आरोप है कि उन्होंने विपक्षी नेताओं के साथ मिलकर खुलेआम जेटली को शर्मिंदा किया है। कीर्ति ने डीडीसीए में जेटली पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया है। उन्होंने संसद में बयान देकर इसकी सीबीआई जांच कराने की भी मांग की है। जेटली ने मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत छह आप नेताओं के खिलाफ मानहानि का केस किया है।

इस बीच, कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम झा ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में बताया कि उनका नाम सेंसर बोर्ड के एडवाइजरी पैनल से हटा दिया गया। बकौल पूनम, सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से 24 नवंबर को 108 नामों की अंतिम सूची जारी की गई, जिसमें उनका नाम नहीं था। जबकि इससे पहले मंत्रालय के ही एक अधिकारी ने उनसे इस पैनल को जॉइन करने को कहा था। गौरतलब है कि सूचना प्रसारण मंत्रालय भी जेटली ही देख रहे हैं।