नई दिल्ली। दिल्ली के सचिवालय में सीबीआई के छापे से बौखलाए सीएम केजरीवाल ने जेटली को निशाने पर लिया है। दिल्ली छापे के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल सबसे बड़े आरोप के साथ हाजिर हुए हैं। केजरीवाल ने दावा किया है कि उनके पास दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट असोसिएशन (डीडीसीए) से जुड़ी फाइल आई थी। उनका दावा है कि इस फाइल में वित्त मंत्री अरुण जेटली फंस रहे हैं। केजरीवाल ने बताया कि जेटली डीडीसीए के सदस्य रहे हैं और जल्द ही उस फाइल के संबंध में जांच कमीशन बैठने वाला है। केजरीवाल ने कहा कि सीएम दफ्तर में छापे की मुख्य वजह वही फाइल है। वहीं अरुण जेटली ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये वाहियात बात है। उन्होंने कहा कि इसपर कॉमेंट करने का कोई मतलब नहीं।

दिल्ली के सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राजेंद्र कुमार तो बहाना है केजरीवाल निशाना है। केजेरीवाल ने तर्क दिया कि अगर एजुकेशन, वैट या आईटी में अफसर रहते हुए राजेंद्र कुमार ने करप्शन किया तो उन दफ्तरों पर सीबीआई ने छापे क्यों नहीं मारे। सीबीआई ने कहा कि रेड मेरे पीएस राजेंद्र गुप्ता पर मारी गई, लेकिन मुझे इसमें झूठ नजर आ रहा है। दिल्ली सीएम ने कहा कि सीबीआई कह रही है कि 2007-08 के मामले हैं। इस दौरान 7 साल बीत गए। लेकिन उन दफ्तरों पर छापे नहीं मारे जहां के मामले थे।

उन्होंने कहा कि छापा सीएम दफ्तर में मारा गया। जबकि सीएम दफ्तर में 15 दिन से ज्यादा पुरानी फाइल नहीं होती। सीएम ने कहा कि इसके पीछे की असली वजह अरुण जेटली वाली फाइल है। सीबीआई उसी फाइल के लिए आई थी। केजरीवाल ने कहा कि अगर राजेंद्र कुमार ने ठेके बांटे भी तो उन फाइल पर छोटे कर्मचारी से लेकर मंत्री तक के दस्तखत होते हैं। उस दौरान शीला की सरकार थी और उनके मंत्री थे। उन मंत्रियों के यहां छापे क्यों नहीं मारे गए। सीबीआई बताए कि उनकी शीला के मंत्रियों से क्या दोस्ती है।

केजरीवाल ने कहा कि सीबीआई ने उनके दफ्तर की एक-एक फाइल उठा कर देखी है। उन्होंने कहा कि करप्शन के मामले में किसी तरह का समझौता नहीं कर सकता हूं। अगर मेरा बेटा भी करप्शन करेगा तो उसे सजा दूंगा। मोदी पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर आप संयोजक ने कहा कि हरियाणा का होने की वजह से मेरे शब्द खराब हो सकते हैं लेकिन उनके (मोदी के) तो कर्म ही खराब हैं।