सोल। उत्तर कोरिया के नेता किमजोंग उन ने आज हाइड्रोजन बम बना लेने का दावा किया, जो परमाणु बम से अधिक शक्तिशाली होता है, किन्तु देश के बाहर के विशेषज्ञ उसके इस दावे पर संदेह करते हैं। किमजोंग उन ने हाइड्रोजन बम बनाने की घोषणा प्यांग चोन की क्रांतिकारी भूमि से की, जो उनके पिता और दादा की कर्मस्थली रहा।

किम उल सुंग के कामों के चलते ही उत्तर कोरिया परमाणु अस्त्रों वाला शक्तिशाली देश बन सका और आज उसके पास अपनी रक्षा के लिये हाइड्रोजन तथा परमाणु बम है। हाइड्रोजन बम को थर्मोन्यूक्लीयर बम के रूप में भी जाना जाता है और उसमें अधिक विकसित टेक्नालाजी का उपयोग किया जाता है। उत्तर कोरिया ने 2006 ,2009 तथा 2013 में अपना परमाणु परीक्षण किया था। ये सभी परीक्षण भूमिगत किये गए। इसे लेकर सुरक्षा परिषद ने उसके विरुद्ध प्रतिबंध लगाये थे। दक्षिण कोरिया की गुप्तचर एजेनसी योनहाप न्यूज एजेन्सी को बताया कि उत्तर कोरिया के पास हाइड्रोजन बम की क्षमता होने के कोई सबूत नहीं है। उत्तर कोरिया परमाणु क्षमता के अपने दावे के बावजूद ऐसी मिसाइलें नहीं बना सकता है, जो परमाणु अस्त्र ले जाने लायक हों।

आपको बता दें कि हाल ही में उत्तर कोरिया ने अपने मिसाइल बेस में एक नया और पहले के मुकाबले लंबा लॉन्च टावर बनाया। कहा जा रहा है कि यह लंबी दूरी वाली मिसाइल का प्रक्षेपण कर सकता है। नवनिर्मित 220 फुट लंबा यह टावर लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम मिसाइल को लॉन्च कर सकता है। यह नई मिसाइल दिसंबर 2012 में प्रक्षेपित मिसाइल से भी अधिक दूरी तय कर सकती है।