नई दिल्ली: अजिंक्य रहाणे ने 22 मार्च 2013 को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर अपना पहला टेस्ट मैच भारत के लिए खेला था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस टेस्ट मैच में स्पिन लेती विकेट पर वो कुछ खास नहीं कर पाए थे। मगर इस बार उन्होंने दिल्ली के इस मैदान से अपने कनेक्शन को और खास बना लिया है।

रहाणे ने पहली पारी में टीम को संकट से उबारते हुए 127 रन की पारी खेली, वहीं दूसरी पारी में 100 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाकर खुद को एलीट क्लब में शामिल कर लिया है। अब वो उन चुनिंदा भारतीय खिलाड़ियों की सूची में आ गए हैं जिन्होंने टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक जमाए हैं। 

सुनील गावस्कर ने  3, राहुल द्रविड़ ने 2, विजय हजारे, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे  1 – 1बार यह कारनामा किया । 

मध्यक्रम में टीम इंडिया के रन मशीन रहाणे का एक रोल और है। वह है स्पिन गेंदबाजों की गेंदबाजी में स्लिप में कैच पकड़ना। श्रीलंका से रहाणे को स्लिप में खड़े रहने का मौका मिला और तब से उन्होंने इस जगह पर बहुत कम गलतियां की हैं। श्रीलंका में उन्होंने टेस्ट मैच में 8 कैच लपककर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया था।

अब कई महीनों तक टीम इंडिया को टेस्ट मैच नहीं खेलना है, लेकिन टीम इंडिया को मध्यक्रम में एक भरोसेमंद नाम तो फिलहाल मिल ही गया है।