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विकलांगों को दया की नहीं अवसरों की ज़रुरत है: श्रीश सिंह

लखनऊ: साईं कृपा सोशल वेलफेयर सोसाइटी लखनऊ के द्वारा विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर विकलांग जन और उनका विकास विषय पर संगोष्ठी का आयोजन  किया गया जिसमे अपने सम्बोधन में  हुए मुख्य तिथि डॉ राम मनोहर  लोहिया ग्रामीणविकास संस्थान के अध्यक्ष  श्रीश सिंह  ने कहा की आज जरूरत इस बात की है कि समाज को इनके प्रति जागरूक बनाने के साथ साथ इनको समान अवसर और कौशल दिलाया जाएं। विकलांगों को दया की नहीं बल्कि अवसरों की उपलब्धता की जरूरत है जिससे वे अपनी उपयोगिता भी सिद्ध कर सकें और समाज की मुख्यधारा से जुड़ सके। विकलांगों में इन उपलब्ध अवसरों में अपनी भूमिका निभा सकने योग्य क्षमता पैदा करने की जिम्मेदारी हम सबको उठानी होगी। विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर हम सभी लोगों को आगे आकर ये सुनिश्चित करना चाहिए कि विकलांगो को न सिर्फ समाज में समानअवसरए पूर्ण भागीदारी और उनके अधिकार मिले बल्कि शिक्षाए रोजगारए सामाजिक सुरक्षा और बाधा मुक्त बातावरण भी मिले। 

संस्था के प्रबंधक सचिव  रोहित कुमार कश्यप ने बताया की आज विकलांग लोगों के प्रति समाज की सोच थोड़ी बदली हैए लेकिन अभी भी ज्यादातर लोग विकलांगता को एक अभिशाप के रूप में देखते हैं। उन्हें हीन भावना से देखा जाता है । हम यह भूल जाते हैं कि उन्हें भी जीवन जीने का उतना ही अधिकार है जितना सामान्य व्यक्ति को । संस्था के अध्यक्ष विनोद कश्यप (जो कि स्वयं पैरो से विकलाग है ) ने कहा की सामाजिक भेदभाव  के  कारण विकलांग लोग समाज में घुलमिल नहीं पाते । इससे उनका  आत्मविश्वास भी कम हो जाता है। मीडियाए एनजीओ  और सरकार इस दिशा में हमारी सोच डिसएबल्ड फ्रेंडली नहीं है। 

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