नई दिल्ली। राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दूसरे दिन BSP अध्यक्ष मायावती ने आरक्षण मुद्दे पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री 27 नवंबर को अपने भाषण में अगड़ी जातियों को आरक्षण देने की घोषणा करते तो ये अंबेडकर के लिए सच्ची श्रद्धांजलि होती। मायावती ने सोमवार को राज्यसभा में बोलते हुए अगड़ी जाति के लिए आर्थिक आधार पर आरक्षण देने की मांग की।

इसके साथ ही मायावती ने कहा, भगवान बुद्ध ने मानवता और शांति का संदेश दिया, एक ऐसा संदेश जिसकी हमें आज सबसे ज्यादा जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री जब विदेश दौरों पर होते हैं तो बौधित्व की बातें करते हैं लेकिन देश में प्रधानमंत्री के साथियों के काम भगवान बुद्ध की शिक्षाओं के विपरीत है।

संसद में शीत सत्र के पहले दो दिनों को बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर को समर्पित किया गया था। इस वर्ष अंबेडकर की 125वीं जयंती मनाई जा रही है। इन दो दिनों में संसद में संविधान पर चर्चा लिए रखे गए थे।

राज्यसभा में पहले दिन चर्चा हुई थी लेकिन नागालैंड से राज्यसभा के एकमात्र सांसद खेकिहो जिमोमी के निधन के बाद राज्यसभा को स्थगित करना पड़ा था। संसदीय कार्यमंत्री वैंकेय नायडू ने कहा, आरक्षण का उद्देश्य जरूरतमंदों की मदद करना और गरीबों तक पहुंच बनाना है।