नई दिल्ली: भारतीय रिवर्ज बैंक स्वर्ण मौद्रिकरण योजना को ‘चुस्त दुरुस्त’ बनाने की तैयारी में है, क्योंकि इस योजना को लेकर शुरुआती प्रतिक्रिया कमजोर रही है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने यह जानकारी दी।

राजन ने कहा, ‘हमें (स्वर्ण मौद्रिकरण योजना को) कुछ ठीक करना होगा।’ इस 18 नवंबर तक स्वर्ण मौद्रिकरण योजना के तहत केवल 400 ग्राम सोना आया है। देश में 52 लाख करोड़ रुपये मूल्य का 20,000 टन से अधिक सोना परिवारों व संस्थानों में बेकार पड़ा है।’ रत्न व आभूषण उद्योग के प्रतिनिधि पिछले सप्ताह आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास से मिले और इस योजना को आकषर्क बनाने के तरीकों पर चर्चा की।

वहीं सरकारी स्वर्ण बांड योजना के संबंध में गवर्नर ने कहा, ‘इस योजना को लेकर अच्छी व प्रोत्साहित करने वाली प्रतिक्रिया देखने को मिली है।’ सरकार को स्वर्ण बांड योजना की पहली किस्त में 246 करोड़ रुपये मूल्य के बॉन्ड खरीदने के लिए 63,000 से आवेदन मिले हैं। आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ट्वीटर पर यह जानकारी दी।