नयी दिल्ली: फ़्रांस की राजधानी  पैरिस में हुए आतंकी हमले की निंदा में आज रज़ा अकैडमी के चेयरमैन अल्हाज सईद नूरी की तत्वाधान  में जंतर मंतर नयी दिल्ली में शांति पूर्ण धरना पर्दर्शन किया गया,इस धरने में रज़ा अकैडमी समेत तंज़ीम उलमाये  इस्लाम,मुस्लिम स्टूडैंटस आर्गेनाईज़ेशन आफ़ इंडिया और तहसीनी फ़ाउंडेशन के जिम्मेदारान  ने शिरकत की। इस मौके  पर रज़ा अकैडमी के चेयरमैन अल्हाज सईद नूरी ने कहा कि  पैरिस में हुआ आतंकी हमला काबिल-ए-नफ़रत और बुज़दिलाना हरकत है ,उन्होंने आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि जब तक दुनिया में तकफ़ीरी दहश्तगर्द मौजूद हैं उस वक़्त तक ये दुनिया के किसी ना किसी मुल्क  को हमेशा निशाना बनाते रहेंगे ,उन्होंने कहा कि तकफ़ीरी दहश्तगर्द दुनिया से अमन-ओ-अमान को बिलकुल ख़त्म करना चाहते हैं और पूरी दुनिया को  आग और ख़ून के हवाले करना चाहते हैं ,जिसे रोकना हर अम्न पसंद इन्सान पर ज़रूरी है।

मौलाना शहाबुद्दीन रजवी राष्ट्रीय महासचिव तंज़ीम उलमाये  इस्लाम ने कहा कि आतंकवाद  के ख़िलाफ़ मज़बूती से लड़ने की ज़रूरत है जब तक उनके सरपरस्तों की निशान दही करके उनको सख़्त सज़ा नहीं दी जाएगी उस वक़्त तक यह  आतंकवादी  अपने नापाक इरादों को पूरा करते रहेंगे।उन्होंने कहा कि हम तमाम उन्होने ने कहा कि  हमारी तंज़ीम इस हमले में शामिल गुनहगारों को सख़्त सज़ा दिलाने का मुतालिबा करती है।ताकि दुनिया में अमन-ओ-अमान क़ायम हो सके।और फिर कोई इस तरह की हरकत को दोहराने की हिम्मत ना कर सके।

मुफ़्ती ख़ालिद अय्यूब मिस्बाही उपाध्यक्ष मुस्लिम स्टूडैंटस आर्गेनाईज़ेशन आफ़ इंडिया ने कहा कि आतंकवाद  के ख़ातमा के साथ उन लोगों का पता लगाना भी ज़रूरी है जो उन्हें  ख़तरनाक और असलहे दे रहे हैं।जिसके ज़रीया ये अपने  मक़ासिद में कामयाबी हासिल करते हैं।इन आतंकवादियों  के पुश्त पर बैठे लोगों को सख़्त सज़ा मिलनी चाहीए तभी दुनिया से आतंकवाद  का मुकम्मल ख़ातमा हो सकता है।उन्होंने यह भी  कहा कि इस्लाम अमन व सलामती का मज़हब है। मज़हबे इस्लाम अपने मानने वालों को भाई चारगी का दरस देता है मज़हबे इस्लाम ने नाहक़ किसी के ख़ून बहाने से सख़्ती से मना किया है आज जो लोग इस्लाम का नाम लेकर बेगुनाह इन्सानों का क़त्ल-ए-आम कर रहे हैं वो तलीमाते  इस्लाम के मुनाफ़ी है और मुस्लमानों का इस से कोई ताल्लुक़ नहीं है।ऐसे लोग इस्लाम के नाम पर स्याह दाग़ हैं ।

लखनऊ से आए मोलाना इरशाद सक़ाफी  ने प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद के संबंध में जब तक दोहरी  नीति अपनाई जाएगी तब तक आतंकवाद का नाश नहीं हो सकता है उन्होंने कहा कि दुनिया भर में जिस रूप में भी आतंकवाद हो रही हो सभी के खिलाफ लोगों को खड़ा होना गा. उन्होंने फलिस्तीन का जिक्र करते हुए कहा कि इजरायल वहां पर कई दशकों से अत्याचार कर रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई आवाज उठाने वाला नहीं है इस तरह के दो राय  जब तक अपनाए जाएंगे तब तक हालात पर काबू नहीं पाया जा सकता है। इस धरने का संचालन तंजीम उलमाये इस्लाम दिल्ली के महासचिव कारी  सगीर अहमद ने की.

धरने मेन  में ख़ुसूसी तौर पर मौलाना मुहम्मद अब्बू अशर्फ़ ज़ीशान वली अहद खानकाहे गुलज़ारिया अमेठी,इरशाद सक़ाफ़ी ,ज़ुहेर नूरानी इस्लामी तालीमी बोर्ड आफ़ इंडिया,मुहम्मद यूसुफ़,मुहम्मद अज़ीम शाह,तहसीनी फ़ाउंडेशन के आमिर तहसीनी,मौलाना अबदुलवहीद समेत कई संगठनों के लोगों ने शिरकत की.