पटना। बिहार चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ताबड़तोड़ 30 चुनावी रैलियां की थीं, लेकिन रविवार को हो रही मतगणना में उनकी पार्टी देश के तीसरे सबसे आबादी वाले राज्य में हारने वाली है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि यह प्रदेश का चुनाव है और इसे आप केंद्र सरकार या केंद्रीय नेतृत्व के खिलाफ मतसंग्रह नहीं कह सकते।

प्रधानमंत्री ने चुनावी रैलियों में मतदाताओं से वादा किया था कि प्रदेश के विकास के लिए करोड़ों रुपए दिए जाएंगे। मतगणना से पहले जावड़ेकर ने कहा था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बिहार में जीत दर्ज करेगी। वहीं, तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे नीतीश कुमार ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने बिहार चुनाव को प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया था। नीतीश ने चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव की नेतृत्व वाली राजद और कांग्रेस से गठबंधन किया था।

परिणामों के रुझान आने के बाद जनतादल यू, राजद और कांग्रेस कार्यालयों के बाहर उनके समर्थक खुशी मनाते हुए दिखाई दिए। गौरतलब है कि दिल्ली के बाद बिहार दूसरा प्रदेश है जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के लिए असफल चुनाव प्रचार किया।