दीपावली का अवकाश वह समय होता है जब भारी संख्या में लोग देश और विदेश की छोटे अवकाश की यात्रा करना चाहते हैं, इनमें से 70 फीसदी औसत पांच रात और छह दिन की यात्रा पसंद करते हैं शेष 30 प्रतिशत नौ दिन और दस रातों की यात्रा को प्राथमिकता देते हैं। दोनो देश या विदेश में।
जो लोग मुम्बई-पुणे और अहमदाबाद क्षेत्र के रहने वाले हैं वे स्थानीय पर्वतीय पर्यटन स्थलों यथा लोनावाला, खण्डाला, महाबलेश्वर और माथेरान जैसे कुछ स्थानों को प्राथमिकता देते हैं। इनमें से कुछ लोग अपने अवकाश के लिए केरल, गोवा, अण्डमान और उत्तर पूर्व को प्राथमिकता देते हैं। काठमाण्डु के लिए सीधी उड़ाने होने के कारण कुछ लोग नेपाल भ्रमण करना पसंद करते हैं।
जो लोग दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं वे शिमला, मनाली या जयपुर, और जोधपुर जाकर अपनी दीपावली के अवकाश का आनन्द उठाना चाहते हैं। उत्तर भारतीय लोग कश्मीर को प्राथमिकता देते हैं ओर गुलमर्ग इत्यादि जगह बर्फबारी का आनन्द उठाना चाहते हैं।
नवासियो के लिए पुडुचेरी, कुर्ग, बेकल, त्रिवेन्द्रम, ऊटी चेन्नई और बंगलूरू से समीपस्थ पर्यटन स्थल माने जाते है। जो लोग हैदराबाद से सफर करते है वे भी तिरूपति और विशाखापटनम को प्राथमिकता देते हैं। वे भी अण्डमान और उत्तरपूर्व के लिए हवाई सफर पसंद करते हैं।
औसत अवकाश टैरिफ: घरेलू यात्रा के लिए औसत टैरिफ 1,000 रुपये प्रति व्यक्ति प्रति रात्रि से लेकर 5,000 रुपये प्रति व्यक्ति प्रति रात्रि है। अंतर्राष्ट्रीय अवकाश के लिए 60,000 रुपये से लेकर 2 लाख रुपये प्रति यात्री का टैरिफ है।
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