मोहाली टेस्‍ट के पहले दिन गेंदबाजों का दबदबा, 12 विकेट गिरे

मोहाली: मोहाली टेस्‍ट के पहले दिन भारतीय टीम द. अफ्रीकी गेंदबाजों के सामने लड़खड़ा गई। टीम महज 201 रनों के स्‍कोर पर आउट हो गई। द. अफ्रीकी गेंदबाज डिन एल्गर ने आठ ओवरों में 22 रन देकर 4 विकेट झटके, जबकि वेर्नोन फिलेंडर और इमरान ताहिर ने क्रमश: 38 और 23 रन देकर 2-2 विकेट हासिल किए।

जवाब में बल्‍लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम को भी दो झटके लगे हैं। दिन का खेल खत्‍म होने तक मेहमान टीम ने दो विकेट पर 28 रन बनाए थे। वान जेल और डुप्‍लेसी आउट होने वाले बल्‍लेबाज रहे। वान जेल को अश्विन और डुप्‍लेसी को रवींद्र जडेजा ने अपना शिकार बनाया। डीन एल्‍गर 13 और कप्‍तान अमला 9 रन बनाकर क्रीज पर थे।

टॉस जीतकर पहले बल्‍लेबाजी करने को उतरी भारतीय पारी शुरुआत से ही लड़खड़ाती नजर आई। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्‍लेबाजी को मैदान पर उतरी भारतीय टीम को पहला झटका शिवर धवन के रूप में लगा। शिवर धवन बिना खाता खोले ही पैवेलियन लौट गए, जबकि मैदान चेतेश्‍वर पुजारा 31 रन बनाकर आउट हो गए। कप्‍तान विराट कोहली भी खास प्रदर्शन नहीं कर सके। वे एक रन बनाकर आउट हो गए।

वहीं, लंच तक तीन विकेट गंवाने के बाद अजिंक्‍य रहाणे भी सलामी बल्लेबाज मुरली विजय का लंबे वक्‍त तक साथ ना दे सके। रहाणे 15 रन बनाकर आउट हो गए, जबकि उनके बाद क्रीज पर आए रिध्दिमान साहा तो बिना खाता खोले ही पैवेलियन लौट गए। मुरली विजय के शतक की उम्मीद थी तो वह भी 75 रन बनाकर साइमन हार्मर की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। वहीं, अमित मिश्रा भी सातवें विकेट के रूप में 6 रन बनाकर पैवेलियन लौट गए। इसके बाद रविंद्र जडेजा (38), उमेश यादव (5) और वरूण आरोन बिना खाता खोले सस्‍ते में आउट हो गए।

टी20 और वनडे सीरीज में हार के बाद अब भारतीय टीम को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मोहाली में चार टेस्ट मैचों की सीरीज में फिरकी का सहारा होगा। लिहाजा, मैच में पांच गेंदबाजों को शामिल किया गया है।

वनडे और टी-20 में भारत को घरेलू मैदान पर खेलने का कोई फायदा नहीं मिला, जबकि दक्षिण अफ्रीका ने हालात के अनुकूल खुद को बखूबी ढालकर जबर्दस्त प्रदर्शन किया। विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम इस मैच में तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा के बिना उतरी है, जो श्रीलंका में सीरीज के दौरान आक्रामक बर्ताव के कारण एक मैच का प्रतिबंध झेल रहे हैं। टीम इंडिया मैच में काफी हद तक अपनी स्पिन ब्रिगेड पर निर्भर होगी। रविंद्र जडेजा की वापसी के साथ कोहली पीसीए की पिच पर तीन स्पिनरों को उतार सकते हैं। चोट के कारण आखिरी चार वनडे नहीं खेल सके ऑफ स्पिनर अश्विन फिट हैं और जोरदार वापसी को बेकरार भी। श्रीलंका में टेस्ट सीरीज में 20 विकेट लेने वाले अश्विन भारत की कामयाबी की कुंजी हो सकते हैं।

दुनिया की नंबर एक टेस्ट टीम दक्षिण अफ्रीका का पलड़ा कागजों पर भारी होगा, लेकिन भारत अपनी धरती पर खेल रहा है, लिहाजा यह श्रृंखला बराबरी की होगी। दक्षिण अफ्रीका ने पिछले सात साल में टेस्ट प्रारूप में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और भारत में हर प्रारूप में श्रृंखला जीतने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय टीम बनना चाहेगी।