नई दिल्ली : भारत के विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर अक्तूबर में घटकर 22 महीने के न्यूनतम स्तर पर आ गई। निक्केइ के सर्वेक्षण में आज कहा गया कि ऐस मुख्य तौर पर नए आर्डर में धीमी बढ़ोतरी के कारण हुआ हालांकि कंपिनयों ने अतिरिक्त कर्मचारियों की नियुक्ति की।
निक्केइ इंडिया का विनिर्माण पीएमआई – विनिर्माण निष्पादन का मिश्रित मासिक संकेतक – अक्तूबर में 50.7 पर रहा जो सितंबर में 51.2 था। इससे पूरे क्षेत्र में कारोबारी स्थिति में सुधार में नरमी का संकेत मिलता है। सूचकांक का 50 से उपर रहना वृद्धि और इससे नीचे रहना संकुचन का संकेतक है।
मार्केट की अर्थशास्त्री और रपट की लेखिका पॉलियाना डी लीमा ने कहा ‘अक्तूबर के पीएमआई आंकड़े से भारतीय विनिर्माण अर्थव्यवस्था की गतिविधि में और नरमी का संकेत मिलता है।’
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