लखनऊ : गोंडा ज़िले के  मतदाताओं ने मुजेहना ब्लॉक के धर्मेई गांव में अपना अजब फैसला सुनाया है। दूसरे चरण के मतदान के पांच दिन पहले मरे बीडीसी प्रत्याशी को गांव के मतदाताओं ने भारी मतों से जिताकर इतिहास रच दिया है।

रविवार को इस क्षेत्र के नतीजे आने के बाद पूरे इलाके में धर्मेई गांव के मतदाताओं के फैसले को लेकर चर्चाएं हैं। गांव वालों का कहना है कि श्रद्धांजलि के रूप में मृतक रंगीलाल को बीडीसी पद पर वोट देकर जिताया गया है। 

जिला पंचायत के चुनाव में मुजेहना ब्लॉक के धर्मेई गांव के वार्ड संख्या 60 से चार प्रत्याशी बीडीसी पद के लिए मैदान में उतरे थे। नामांकन के बाद इन सभी प्रत्याशियों ने जोर-शोर से अपना प्रचार भी शुरू किया था। मतदान के पांच दिन पहले इन प्रत्याशियों में से एक रंगीलाल की हृदयगति रुकने से मौत हो गई। गांव वालों ने प्रशासन को पत्र भेजकर यहां का चुनाव निरस्त किए जाने की मांग की थी, लेकिन प्रशासन ने उनकी मांग को नजरअंदाज कर दिया। जिसके बाद पूरे गांव ने एकजुट होकर रंगीलाल के पक्ष में ही मतदान का फैसला किया।

रविवार को आए नतीजे के बाद वार्ड संख्या 60 धर्मेई से मृतक रंगीलाल रिकार्ड 643 मतों से जीत गए हैं। वहीं दूसरे स्थान पर राजकुमार ने 61, रक्षाराम ने 31 और विजय कुमार ने छह मत प्राप्त किए। 35 मत अवैध मिले हैं। खास बात ये है कि मृतक रंगीलाल की जीत पर गांव वाले श्रद्धांजलि सभा के रूप में कार्यक्रम भी करने जा रहे हैं