नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को शिवसेना कार्यकर्ताओं की हालिया तोड़फोड़ की घटनाओं को विरोध का गलत तरीका बताया है। वित्त मंत्री ने शिवसेना का नाम लिए बैगेर कहा कि विरोध दर्ज कराने के लिए तोड़फोड़ करने का चलन अत्यंत व्यथित करने वाला है। कुछ लोग अपना नजरिया और विचार दर्ज कराने के लिए तोड़फोड़ का तरीका अपना रहे हैं।

अरुण जेटली ने कहा कि अपना नजरिया और विचार दर्ज कराने के लिए तोड़फोड़ की जगह मुद्दों पर चर्चा करने समुचित और सही तरीका है। गौर हो कि वित्त मंत्री ने अपने इस बयान में शिवसेना का नाम तो नहीं लिया लेकिन उनका इशारा शिवसेना के हालिया घटनाओं की तरफ था।  जेटली ने कहा कि बीजेपी में विरोध के लिए इस तरह के तरीको को नहीं अपनाया जाता है। जेटली ने शिवसेना के नेताओं को बयान देते समय संयम बरते की नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि लोग इस तरह के बयान देते हैं। पार्टी अध्यक्ष को उनसे बात करनी चाहिए। जेटली ने कहा कि प्रवक्ताओं को चाहिए कि खुद को सही भावना से संचालित करना चाहिए।

वित्त मंत्री ने कहा कि कुछ संवेदनशील मुद्दों जैसे की दो समुदायों के बीच के रिश्ते, जम्मू-कश्मीर आदि के बारे में बयानबाजी करते वक्त सावधान रहना चाहिए।