लखनऊ: राज्य में हथकरघा तथा हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उ0प्र0 इंस्टीट्यूट आॅफ डिज़ाइन को वृहद स्तर पर विकसित करने का निर्णय लिया है। इस निर्णय के क्रम में राज्य सरकार ने भारत सरकार की पूर्व वस्त्र सचिव सेवानिवृत्त आई0ए0एस0 ज़ोहरा चटर्जी को इस संस्थान का अध्यक्ष नामित किया है। 

यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सरकार हस्तशिल्पियों तथा हथकरघा उद्योग से जुड़े लोगों की आय में वृद्धि करना चाहती है। इसके लिए उत्पादकता में वृद्धि किया जाना आवश्यक होगा। इस उद्देश्य से सरकार हस्तशिल्पियों को नए डिज़ाइन, नई तकनीक तथा नए मैटीरियल का इस्तेमाल करते हुए उनके उत्पादों को विश्वस्तरीय बनाकर पेश करेगी, ताकि निर्यात बाजारों में इनका रुझान बढ़े और वहां मौजूद इन उत्पादों की डिमाण्ड को अच्छी तरह से भुनाया जा सके। इससे हस्तशिल्पियों तथा हथकरघा से जुड़े तबकों की आय में बढ़ोत्तरी होगी।

प्रवक्ता ने बताया कि इसके मद्देनजर प्रदेश सरकार ने अहमदाबाद स्थित नेशनल स्कूल आॅफ डिज़ाइन (एन0आई0डी0) से यू0पी0 इंस्टीट्यूट आॅफ डिज़ाइन को विकसित करने हेतु एक रोडमैप तैयार करने की अपेक्षा की थी। एन0आई0डी0 द्वारा इस सम्बन्ध में रिपोर्ट जुलाई, 2015 में प्रस्तुत की गई। 

प्रवक्ता ने कहा कि एन0आई0डी0 द्वारा प्रस्तुत रोडमैप को मूर्तरूप देने के उद्देश्य से ही राज्य सरकार ने श्रीमती ज़ोहरा चटर्जी को इस इंस्टीट्यूट का अध्यक्ष नामित किया है। उल्लेखनीय है कि श्रीमती ज़ोहरा चटर्जी 1979 बैच की यू0पी0 कैडर की आई0ए0एस0 अधिकारी रही हैं।