लखनऊ: सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और निष्कासित नेता अमर सिंह के बीच बढ़ती नजदीकियां गुरुवार को फिर दिखीं, जब एक कार्यक्रम में मंच पर दोनों नेता अगल-बगल बैठे।

मौका था मेदांता अवध अस्पताल के शिलान्यास का। आम तौर पर ऐसे कार्यक्रमों में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, मुलायम के बगल बैठते हैं लेकिन आज अखिलेश स्वयं अमर सिंह को मंच पर लेकर आए और उन्हें बैठने के लिए अपनी कुर्सी दी।

मंच पर तीनों आपस में हंसी मजाक करते भी नजर आए, मगर कुछ पल गंभीर बातें भी हुई। दिलचस्प बात ये है कि मंत्री आजम खान को इस कार्यक्रम में आना था, लेकिन वह नहीं आए। पहले भी जिस कार्यक्रम में अमर सिंह शामिल होते थे, आजम नजर नहीं आते थे। दोनों को एक दूसरे का धुर विरोधी बताया जाता है।

पार्टी नेताओं ने हालांकि यह कहकर सफाई दी कि ये महज इत्तफाक है। अमर सिंह, आजम पर आरोप लगाते हैं कि उन्हें सपा से निकलवाने में उनका हाथ है। हाल ही में अमर सिंह ने दादरी प्रकरण पर संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखने के मुद्दे पर आजम की चुटकी ली थी और कहा था, ‘खान भूल गए कि जान एफ कैनेडी हवाई अड्डे पर उनकी जामा तलाशी हुई थी। क्या वह फिर अमेरिका जाने को तैयार हैं, जहां संयुक्त राष्ट्र का मुख्यालय है। क्या खान फिर जामा तलाशी कराना चाहते हैं।’

उन्होंने ये भी कहा था कि खान ने उन्हें और जयाप्रदा को पार्टी से निकलवा दिया था। भगवान जाने इस बार क्या होगा। शायद दुनिया से ही निकलवा दें।