लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि भाजपा के केन्द्र की सत्ता में आने के बाद संाप्रदायिक राजनीति ने तेजी पकड़ी है। भाजपा ने इतिहास और संस्कृति की नई परिभाषाएं बनानी शुरू कर दी हैं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सीधा धर्मनिरपेक्षता पर हमला बोल दिया है। इससे असहिष्णुता का वातावरण बना है दादरी और काशी में जो घटनाएं घटी उनके ऊपर का रहस्य का पर्दा उठता जा रहा है। करहल (मैनपुरी) में उपद्रव के पीछे भी उन्हीं तत्वों का हाथ रहा हैं। स्पष्ट है कि सुनियोजित तरीके से कानून के साथ खिलवाड़ किया गया है। दुःख का विषय है कि विपक्षी राजनीतिक दल इन घटनाओं से भी अपने स्वार्थ साधने में लग गए हैं।

जिस तरह की बयानबाजी प्रदेश में विपक्षी नेता विषेषकर भाजपा प्रवक्ता कर रहे हैं उसका उद्देश्य आग पर ठंडा पानी डालना नहीं, उसे और भड़काना है। राजनैतिक दलों को इस मुद्दे पर विचार करने की जरूरत है कि ऐसा माहौल क्यों बनता जा रहा है जिसमें समुदाय विशेष के लोग खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे हैं ? समाजवादी पार्टी लोकतांत्रिक व्यवस्था में ऐसा माहौल बनने को गम्भीर चिन्ता का विषय मानती है। उसका मानना है कि कानून के राज में सभी की सुरक्षा की गारंटी होनी चाहिए। संविधान ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और अपने धर्मपालन का जो अधिकार दिया है उसकी रक्षा होनी चाहिए। समाजवादी सरकार इसकी पक्षधर है।

श्री मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक ताकतों की साजिशों को कई बार विफल किया है। अफवाहें फैलाने पर अब प्रशासन की कड़ी निगाह होगी। सांप्रदायिकता और अराजकता फैलाने में लगे तत्व कानून से बच नहीं सकेगें। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने निर्देश दे रखे हैं कि किसी निर्दोष की प्रताड़ना न हो लेकिन अपराधी को छोड़ा न जाए। दोषी व्यक्ति को हर कीमत पर दंड मिलना चाहिए। विभिन्न समाजो के त्यौहार शांति और सद्भाव से मनने चाहिए।

केन्द्र में सत्तारूढ़ भाजपा ने अपने कार्यकाल में कट्टरवादी तत्वों को बढ़ावा देने का काम किया है। इससे बौद्धिक वर्ग में नाराजगी पैदा हुई है। लोकतांत्रिक मूल्य इस सब से आहत होते है। समाज का तानाबाना बिगड़ता है। सामाजिक सौहार्द को सर्वाधिक नुकसान हो रहा है। यह चिन्ता का विषय है।

उत्तर प्रदेश गंगा जमुनी संस्कृति का राज्य है। यहां सभी समुदाय और समाज मिल जुलकर रहते हैं और साथ-साथ त्यौहार मनाते है। एक दूसरे की भावनाओं और आस्थाओं का सम्मान यहां की विषेषता है। जहर घोलने वालों को यहां जनता कभी माफ नहीं करेगी। वह उन्हें करारा सबक सिखाएगी। मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव का फौलादी इरादा है कि उत्तर प्रदेश की धरती पर संविधान विरोधी, सामाजिक सौहार्द विरोधी, जन विरोधी और विकास विरोधी ताकतों को कतई सिर उठाने नहीं दिया जाएगा। जो अशांति फैलाएगा वह कानून के हाथों से बच नहीं सकता।