वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र  वाराणसी से महज 16 किलोमीटर की दूरी पर एक गांव में 300 लोगों की घर वापसी कराई गई है। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ‘धर्म जागरण समन्वय समिति’ ने ओसनपुर गांव में शुद्धिकरण के जरिये 300 लोगों की ‘घर वापसी’ कराई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि धर्म जागरण समन्वय समिति ने शुद्धिकरण के बाद इन लोगों को गीता और हनुमान चालीसा दी है और इनसे विदेशी किताबें वापस ले ली गई हैं। संस्था ने अपने लेटरहेड में इस बात को कहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह लोग इस इलाके में कुछ साल पहले आए थे और चर्च के जरिए यहां इनका धर्मांतरण कराया गया था। धर्म जागरण समन्वय समिति ने अपने नोट्स में लिखा है कि 38 परिवारों के 315 सदस्यों को अपने पूर्वजों के धर्म में फिर से शामिल कर लिया गया है।

ग्राम देवता पूजन समिति के संयोजक चंदराम बिंद की निगरानी में इन्हें अपने पूर्वजों के धर्म में शामिल किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस सिलसिले में पुलिस ने घर वापसी कार्यक्रम के संयोजक को गिरफ्तार कर शनिवार शाम को उससे पूछताछ की है। संगठन के बाकी सदस्य और कार्यकारी समिति के सदस्य फरार बताए जा रहे हैं।