नई दिल्ली: कांग्रेस ने डेढ़ साल में कोई भी भ्रष्टाचार नहीं होने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावे पर सवाल उठाते हुए हैं। पार्टी ने आरोप लगाया कि पिछले एक साल में छह हजार करोड़ रुपये विदेश गए हैं। कांग्रेस का कहना है कि इतना बड़ा घोटाला होने के बावजूद सरकार ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं की, कोई जांच नहीं कराई, ताकि, मामले को दबाया जा सके।

पार्टी प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री लगातार भ्रष्टाचार मुक्त सरकार का दावा कर रहे हैं। पर उनकी नाक के नीचे दिल्ली के बैंक ऑफ बड़ौदा में 6,172 करोड़ रुपये का काला धन जमा हुआ और वह हांगकांग चला गया। दिलचस्प बात यह है कि ज्यादातर राशि नकद जमा कराई गई।

आरपीएन सिंह ने कहा कि बैंक ऑफ बड़ौदा में जून-जुलाई 2014 में 59 कंपनियों के नाम से खाते खुले। इन खातों में नकद 6,172 करोड़ रुपये जमा किए गए और बाद में हांगकांग भेज दिए गए। बैक के ऑडित में यह घोटाला सामने आया और सिर्फ एक बैंक प्रबंधनन को निलंबित कर मामले को रफा-दफा कर दिया गया।

कांग्रेस ने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि किस नेता या मंत्री के कहने पर मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई। आरपीएन सिंह ने सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री कार्यालय के पास किसी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच में यह भी पता चला है कि इनमें से ज्यादातर कंपनियां गलत पते पर पंजीकृत हैं। गौरतलब है कि मौजूदा केंद्र सरकार ने चार हजार करोड़ रुपये का काला धन वापस लाने का ऐलान किया था।