पटना: बिहार में बढ़ती चुनावी सरगर्मी और इस दौरान छीन होती भाषायी मर्यादा के बीच निर्वाचन आयोग ने कहा है कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ी कोई बात सामने आने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की समीक्षा की जाएगी।

अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आर लक्ष्मणन ने बताया कि जिला दंडाधिकारी के नेतृत्व में गठित चुनाव आचार संहिता कमेटी प्रधानमंत्री के भाषण की समीक्षा करेगी। यह पूछे जाने पर कि क्या निर्वाचन आयोग प्रधानमंत्री के मुंगेर सहित बिहार के अन्य स्थानों पर  हुए चुनावी भाषणों के दौरान ‘शैतान’ और ‘यदुवंशी’ जैसे शब्दों की जांच करेगा, लक्ष्मणन ने बताया कि मानक प्रक्रिया के तहत सभी राजनेताओं के भाषणों की समीक्षा चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन को ध्यान में रखकर की जाती है।

दादरी में कथित रूप से गौमांस खाने की अफवाहों पर एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दिए जाने के मामले में अपनी चुप्पी को लेकर चारों तरफ से आलोचना का शिकार होने वाले मोदी ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि उनकी गौमांस खाने की टिप्पणी यदुवंशियों के लिए एक ‘गाली’ और ‘घोर अपमान’ की बात है।

लालू के उस कथन कि उन्होंने ‘शैतान’ के प्रभाव में आकर गौमांस संबंधी टिप्पणी की थी मोदी ने उनपर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘मुझे हैरानी है कि शैतान को प्रवेश करने के लिए उनका (लालू) ही शरीर मिला। मैं जानना चाहता हूं कि शैतान को उनका (लालू का ) पता कैसे मिला? शैतान को पूरे बिहार, भारत और पूरी दुनिया में उनको छोड़कर किसी और का शरीर नहीं मिला। और उन्होंने भी शैतान का ऐसे स्वागत किया जैसे कोई अपने रिश्तेदारों का करता है।’