श्रीनगर: गोमांस खाने की अफवाह पर उत्तर प्रदेश के दादरी में एक शख्स की पीट-पीटकर हत्या कर दिए जाने की घटना से पैदा हुए आक्रोश के बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री फारुक अब्दुल्ला ने अफसोस जताया कि देश में धर्मनिरपेक्षता की ‘हत्या’ कर दी गई है। उन्होंने केंद्र से अपील की कि देश को बचाने के लिए वह सभी धर्मों का सम्मान करे।

अब्दुल्ला ने श्रीनगर में पत्रकारों से कहा, मुझे अफसोस है कि धर्मनिरपेक्ष देश के तौर पर विख्यात भारत में धर्मनिरपेक्षता की हत्या की गई है। यह सबसे बड़ा अफसोस है। भारत का संविधान हर किसी को अपने धर्म को मानने का अधिकार देता है और वह किसी को भी किसी के धर्म पर हमला करने का अधिकार नहीं देता।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी धर्मों के लोग देश में सहजता से रहे हैं और इसलिए भारत अब तक बच सका है। उन्होंने कहा, लेकिन आरएसएस की ओर से बनाए गए माहौल के कारण दुश्मनी बढ़ रही है। अल्लाह न करे कि कहीं ऐसा कुछ हो जाए, जिससे भारत पर खतरा पैदा हो। दिल्ली में सत्ता में बैठे लोगों को सोचना चाहिए कि वे एक संगठित एवं अच्छा भारत चाहते हैं या ऐसा भारत चाहते हैं जहां हर रोज दंगे होते हों।

अब्दुल्ला ने कहा, मैं उनसे अपील करता हूं कि यदि उन्हें धर्मनिरपेक्ष भारत को बचाना है, तो उन्हें सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए और इन धर्मों को समझने की कोशिश करनी चाहिए।