लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान ने प्रदेश में सूखे के कारण हो रही किसानों की दुर्दशा पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि पहले ही किसान असामयिक बरसात और ओलावृष्टि के कहर से उबर नहीं पाया है। ओलावृष्टि ने किसानों की फसलों को तबाह करके रख दिया जिससे किसान आज तक खून के आंसू रो रहा है और प्रदेश सरकार ने भी फसल मुआवजा में भी दोहरा मापदण्ड अपनाया जिससे किसानों की हालत और भी जर्जर अवस्था में होती जा रही है और अब सूखा उत्पन्न होने से फसल तैयार होने से पहले ही पानी के अभाव में उत्पादन प्रभावित हो जायेगा जिससे किसान वर्ग तो बर्बाद होगा ही साथ ही आमजन भी परेशान होगा।   

चौहान ने कहा कि वर्तमान हालात को देखते हुये प्रदेश में सूखे की स्थिति उत्पन्न हो गयी है जिससे किसानों की फसल के अंकुरित होने वाले बीज स्वतः पानी की कमी से बर्बाद हो जायेगे और किसानों की मेहनत की कमायी हरी भरी होने से पहले ही सूख जायेगी। उन्होंने कहा कि सामान्य से भी कम बारिश  होने की वजह से पूरी कृषि व्यवस्था पर बुरा प्रभाव पडे़गा। प्रदेश  में पूर्वांचल, मध्य उ0प्र0 और बुन्देलखण्ड में पानी की कमी पहले से ही थी और उस पर सूखे की स्थिति ने किसानों को और निराश किया है। 

चौहान ने प्रदेश सरकार से मांग करते हुये कहा कि वर्तमान सूखे की स्थिति को देखते हुये किसानों की दुर्दशा  में सुधार करने हेतु नहरों में टेल तक पानी पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें जिससे किसान अपनी फसल की सिंचाई समुचित तरीके से कर सके। साथ किसानों के कर्जे भी माफ किये जाय। प्रदेश  सहित प्रत्येक जनपद में एक कन्ट्रोल रूम स्थापित करके विद्युत या यांत्रिक दोष से खराब होने वाले सरकारी नलकूपों की सूचना एकत्र करके 24 घण्टे के अन्दर ठीक कराया जाय इसी तरह निजी नलकूपों के खराब ट्रान्सफार्मरों को 24 घण्टे में बदला जाय इसके अतिरिक्त सूखे से निपटने के लिए सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सिचाई हेतु 20 घण्टे की विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु ठोस उपाय किये जाएं।