हरम शरीफ में हुए हादसे पर मौलाना खालिद रशीद ने किया अपने गहरे रंज व ग़म का इज्हार

लखनऊ: नाजिम दारूल उलूम निजामिया फरंगी महल मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली इमाम ईदगाह लखनऊ ने अपने एक बयान में मक्का में हरम शरीफ में कल हुए हादसे पर अपने गहरे रंज व ग़म का इज्हार किया।

उन्होंने इस हादसे में मरने वाले हाजियों के लिए खुदा पाक से उनके दरजों की बुलन्दी के लिए दुआयें कीं। उन्होंने ने कहा कि हजर व उमरे के सफर में वफात पाने वालों के लिए बड़ी फजीलत आयी है। एक हदीस में हजरत अबू हुरैरा रजि0 से रिवायत है कि नबी पाक सल्ल0 ने इरशाद फरमाया कि जो शख्स हज या उमरा के इरादे से (घर से) निकला और फिर रास्ते में ही उसे मौत आ गयी तो खुदा पाक की तरफ से उसके लिए वही सवाब लिख दिया जाता है जो हज और उमरा करने वालों के लिए है। इसी तरह एक और रिवायत में है कि: जो कोई एहराम की हालत में इंतिकाल कर जायेगा तो कयामत के दिन इसी हालत मंे तलबियह कहता हुआ उठाया जायेगा।

मौलाना ने कहा कि इन हदीसों की रौशनी में हरम शरीफ में हिलाक होने वाले लोग तो बड़े खुश किस्मत साबित हुए है। इस लिए कि उनकी वफात पर शिकवा व शिकायत करने के बजाये गर्व करना चाहिए।

मौलाना ने कहा कि सऊदी सरकार हज के इन्तिजाम अच्छे अच्छे करने की कोशिश करती रहती है लेकिन मौसम की खराबी की वजह से इतना बड़ा हादसा हुआ। उन्होनेे सऊदी सरकार पर जोर दिया कि वह हाजियों की सलामती व सुरक्षा कायम करने पर और ज्यादा ध्यान दे।

मौलाना ने हज कमेटी आफ इण्डिया पर जोर दिया कि वह हिन्दुस्तान के हाजियों की हिफाजत व सलामती को यकीनी बनाने के पक्का इन्तिजामात करे और जो लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं उनका अच्छे से अच्छा इलाज कराया जाएं।