इंदौर: सेना के करीब 100 कर्मियों ने तड़के विजय नगर पुलिस थाने में कथित तौर पर तोड़-फोड़ की और मारपीट करते हुए करीब पांच पुलिस कर्मियों को घायल कर दिया।

पुलिस अधीक्षक (पूर्वी क्षेत्र) ओपी त्रिपाठी ने बताया कि नजदीकी सैन्य क्षेत्र महू से मोटरसाइकिलों और चारपहिया वाहनों पर सवार होकर आए ये फौजी विजय नगर थाने में तड़के पांच बजे के आसपास धड़धड़ाते हुए घुसे। इन्होंने थाने के अलग-अलग कमरों में घुसकर खिड़की के शीशों, कम्प्यूटरों और अन्य सामान को तहस-नहस कर डाला।

सूत्रों ने बताया कि विजय नगर इलाके में देर रात गश्त कर रहे पुलिसकर्मियों का एक बार के पास कुछ फौजियों से तीखा विवाद हुआ था। विजय नगर पुलिस थाने में आज तड़के फौजियों की कथित तोड़-फोड़ और मारपीट को रात हुए विवाद की प्रतिक्रिया माना जा रहा है।

त्रिपाठी ने बताया कि फौजियों की कथित मारपीट में करीब पांच पुलिस कर्मी घायल हो गए, जिनका प्राथमिक इलाज कराया गया। आरोप है कि सैन्यकर्मियों ने पुलिस की एक महिला सब-इंस्पेक्टर से बदसलूकी और हाथापाई की। फौजियों ने विजय नगर थाने के बाहर खड़े पुलिस वाहनों और कुछ अन्य निजी गाड़ियों के कांच फोड़ दिए। वे एक पुलिसकर्मी की सरकारी राइफल भी छीनकर ले गए।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि फौजियों के कोहराम को लेकर तीन आपराधिक प्रकरण दर्ज किए गए हैं। ये मामले पुलिस कर्मियों से मारपीट, महिला सब इंस्पेक्टर से अभद्रता और पुलिस थाने में की गई तोड़-फोड़ के आरोपों से संबंधित हैं।

उन्होंने कहा कि तीनों मामलों की जांच की जा रही है। इस जांच के आधार पर उचित कदम उठाए जाएंगे। घटना से जुड़े कुछ वीडियो फुटेज पुलिस के पास मौजूद हैं।

त्रिपाठी ने बताया कि घटना के कुछ घंटों बाद महू से सेना के दो आला अधिकारी विजय नगर पुलिस थाने पहुंचे। इन फौजी अधिकारियों ने पुलिस अफसरों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली। उन्होंने तोड़-फोड़ के शिकार पुलिस थाने में हालात का जायजा लिया और घटनास्थल की तस्वीरें खींचीं। इसके साथ ही, घटना के वक्त मौजूद पुलिस कर्मियों की आपबीती जानी।