मिशन की देखभाल कर रही गुजरात कैडर की IAS अफसर ने लिया VRS

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान की प्रमुख वरिष्ठ आईएएस अफसर विजयलक्ष्मी जोशी ने वीआरएस (स्वैच्छिक सेवानिवृति) ले ली है। प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को शुरू हुए अभी एक साल भी नहीं हुआ, ऎसे में वरिष्ठ अधिकारी के वीआरएस लेने को बड़ा झटका माना जा रहा है।

गुजरात कैडर की आईएएस अधिकारी विजयलक्ष्मी जोशी की वीआरएस की अर्जी केंद्र सरकार ने मंजूर भी कर ली है। फिलहाल वह एक महीने के नोटिस पीरियड पर काम कर रही हैं। जोशी को जब इस मिशन के लिए चुना गया, उससे पहले वो पंचायती राज मंत्रालय में सेक्रेटरी थीं। अभी उनकी सेवा के तीन साल बाकी थे। 1980 बैच की आईएएस अधिकारी विजयलक्ष्मी जोशी स्वच्छ भारत मिशन का नेतृत्व करने के साथ-साथ पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय में सचिव के पद पर तैनात हैं।

कहा जा रहा है कि स्वच्छ भारत अभियान के परिणाम उतने अच्छे नहीं आए, जितनी उम्मीद की जा रही थी। स्वच्छ भारत मिशन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सबसे बड़ा मिशन है। ऎसे में वे खुद फैसले लेते हैं, जिससे विजयलक्ष्मी को काम करने में परेशानी आ रही थी। हालांकि उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया अभी तक नहीं मिली है। आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष ने विजयलक्ष्मी जोशी के अचानक वीआरएस लेने को लेकर मोदी सरकार पर ही निशाना साधा है। आशुतोष ने कहा है कि स्वच्छ भारत का मतलब अब समझ में आया है, भारत साफ नहीं करना है ब्यूरोक्रेसी को ही साफ कर देंगे।