नई  दिल्ली। पेट्रोल-ड़ीजल में मिली राहत फौरी साबित हो सकती है, क्योंकि अनुमान लगाए जा रहे हैं कि 2 सप्ताह में पेट्रोल-ड़ीजल के दाम बढ़ सकते हैं। दरअसल छह साल के निचले स्तर पर 42 डॉलर प्रति बैरल पर आने के बाद अब कच्चे तेल की कीमतों में 24 प्रतिशत उछाल आया है। ऐसे में मार्केट विशेषज्ञ पेट्रोल-डीजल के दामों में पांच रुपए तक बढ़ोतरी होने की संभावना जता रहे हैं।

कच्चे तेल की किमतों में उछाल तब आया है जब ओपेक ने कहा कि वह दूसरे तेल उत्पादक देशों के साथ दामों को नियंत्रण में लाने के लिए समन्वय स्थापित करेगा। ग्लोबल ट्रेंड के मुताबिक लोकल किमतों का तय करने के लिए भारतीय ईधन रिटेलर्स महिने में दो बार किमतों का रिव्यू करते है। अगला रिव्यू सितंबर के बीच होगा, जिसमें दाम बढ़ने की पूरी आशंका है। क्रूड में गिरावट ने इस साल देश में ईधन सस्ता करने में अहम भूमिका निभाई है, जून से लेकर अब तक पेट्रोल और डीजल की किमतों में 6.5 और 9 रूपए की गिरावट आ चुकी है। बीते साल जून से क्रूड ऑयल में आ रही गिरावट भारत के लिए वरदान साबित हुई है।