नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के राफियाबाद में शुक्रवार को सेना और पुलिस के बीच करीब 20 घंटों तक चली मुठभेड़ के बाद एक आतंकवादी को जिंदा पकड़ा गया था। आतंकी की पहचान 22 वर्षीय सज्जाद अहमद के रूप में हुई है और वह बलूचिस्तान का रहने वाला है। लश्कर के आतंकी सज्जाद अहमद से सुरक्षा एजेंसिया पूछताछ कर रही हैं। पूछताछ के दौरान उसने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने बताया कि वह बिना कुछ खाए-पिए सात दिनों तक लड़ सकता है और भारतीय सेना से कहीं ज्यादा ट्रेंड है।

पूछताछ के दौरान सज्जाद ने बताया कि, मानसेरा और मुजफ्फराबाद में साल 2013 और साल 2015 में उसने हथियारों का प्रशिक्षण ले चुका है। साथ ही प्रशिक्षण के दो चरण पास भी कर चुका है और वह जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद के साथ काम कर चुका है। उसने बताया कि वह कश्मीर में लश्कर के लिए लॉन्चिंग पैड बनाने के लिए आया था। सज्जाद ने बताया कि आठ दिन पहले हमारे एलओसी पार करने के बाद तीन अन्य ग्रुप उड़ी सेक्टर में सीमा पार कर भारत में घुसने की फिराक में हैं।

पकड़ा गया आतंकी अपने चार अन्य साथियों के साथ उरी सेक्टर से भारत में घुसा था। सेना ने उरी में इस ग्रूप को ट्रेस किया था लेकिन वे वहां से भाग निकलने में सफल रहे। इसके बाद बुधवार शाम को वे फिर से नजर आए और लाइन ऑफ कंट्रोल से 18 किलोमीटर दूर एक गुफा में छुपे हुए थे। श्रीनगर से 70 किलोमीटर दूर बारामूला में करीब 20 घंटे तक चली मुठभेड़ में चार आतंकियों को मार गिराया गया।