कोलम्बो: भारत-श्रीलंका सीरीज के तहत कोलंबो के सिन्हलीज स्पोर्ट्स क्लब (एसएससी क्लब) मैदान पर खेले जा रहे तीसरे और निर्णायक टेस्ट के पहले दिन बारिश के कारण महज 15 ओवर का ही खेल हो पाया। इस दौरान टीम इंडिया ने दो विकेट के नुकसान पर 50 रन बनाए। चेतेश्वर पुजारा (19) और विराट कोहली (14) नाबाद रहे।

बारिश नहीं रुकने के कारण अंपायरों ने समय से पहले लंच का फैसला किया, लेकिन लंच के बाद भी रुक-रुककर बारिश होती रही, जिससे खेल दोबारा शुरू नहीं हो पाया। इस प्रकार दिन के आवश्यक 90 ओवर में से 75 ओवर का खेल धुल गया।

श्रीलंका ने पहले ही ओवर में भारत को जोरदार झटका दिया, जब केएल 2 रन बनाकर धम्मिका प्रसाद की गेंद पर आउट हो गए, वहीं अजिंक्य रहाणे ने भी निराश किया और महज 8 रन बनाकर नुवान प्रदीप की गेंद में पगबाधा आउट हो गए। टीम इंडिया कई अवसरों पर भाग्यशाली भी रही, क्योंकि कोहली और पुजारा के कैच फील्डर के सामने ही गिर गए।

इससे पहले श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। भारतीय टीम में नमन ओझा 285वें टेस्ट प्लेयर के रूप में पदार्पण कर रहे हैं, वहीं चेतेश्वर पुजारा को ओपनर के रूप में शामिल किया गया है। ओझा को विकेटकीपर के रूप में चोटिल रिद्धिमान साहा के स्थान पर जबकि पुजारा को चोटिल मुरली विजय के स्थान पर टीम में रखा गया है। पुजारा ने अपना आखिरी टेस्ट पिछले साल मेलबर्न में खेला था।

गौरतलब है कि सीरीज 1-1 से बराबर है। ऐसे में यह मैच सीरीज का निर्णायक होगा। जहां भारत 22 साल बाद यह सीरीज जीतकर इतिहास रचना चाहेगा, वहीं श्रीलंका अपनी जमीन पर सीरीज जीत के सिलसिले को बनाए रखना चाहेगा। इस मैदान पर भारतीय टीम ने 2010 में 707 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया था, जबकि श्रीलंका का उच्चतम स्कोर 642 रन है। 

इस मैच में जहां भारत को मुरली विजय और शिखर धवन की कमी खलेगी, वहीं श्रीलंका को कुमार संगकारा की। भले ही संगकारा फॉर्म में नहीं थे, लेकिन उनके टीम रहने से उनका आत्मविश्वास बना रहता।

गौरतलब है कि भारत ने कोलंबो में खेले गए दूसरे टेस्ट में श्रीलंका को 278 रन से हराकर सीरीज बराबर करके भारतीय फैन्स में 22 साल बाद सीरीज जीतने की उम्मीद जगा दी है।