जम्‍मू : पाकिस्तानी रेंजर्स ने जम्मू जिले के आरएस पुरा और अरनिया सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास असैन्य इलाकों और सेना की चौकियों पर भारी गोलाबारी की जिससे शुक्रवार को तीन लोगों की मौत हो गई और 16 अन्य लोग घायल हो गए। इसके बाद बीएसएफ ने भी जवाबी कार्रवाई की।

बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तानी रेंजरों ने बिना की उकसावे के गोलीबारी की। आरएसपुरा और अरनिया सेक्टरों में बीएसएफ चौकियों और असैन्य इलाकों में शुरूआत में आधी रात में छोटे हथियारों से गोलीबारी की गई लकिन बाद में मोर्टार बम दागे गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर किशनपुर, जोरा फार्म, जुगनू चक, नवापिंड हरना, सिया, अब्दुलियान और चंदू चक इलाकों में रात करीब पौने दो बजे गोलीबारी की गई और मोर्टार दागे गए।

उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने मोर्टार बम दागे और गोलीबारी में स्वचालित हथियारों का प्रयोग किया। गोलाबारी इतनी जोरदार थी कि बम अंतरराष्ट्रीय सीमा से काफी दूर गांवों के बीच गिरे। जम्मू के उपायुक्त सिमरनदीप सिंह ने कहा कि तीन लोगों की मौत हो गई है और 16 अन्य घायल हो गए है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की रिपोर्ट मिली है कि गोलीबारी में एक अन्य व्यक्ति भी मारा गया है।

जम्मू के संभागीय आयुक्त पवन कोतवाल ने बताया कि गोलीबारी में तीन लोग मारे गए हैं। उन्होंने बताया कि सीमा की रक्षा कर रहे बीएसएफ के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की। इलाके से आई ताजा रिपोर्ट के अनुसार गोलीबारी अभी जारी है। अधिकारी ने कहा कि इन इलाकों में अग्रिम चौकियों पर तैनात बीएसएफ के साहसी और निर्भीक जवानों ने मुनासिब जवाब दिया और नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान की अग्रिम चौकियों पर गोलीबारी करके उन्हें कथित रूप से नुकसान पहुंचाया। उन्होंने कहा कि ताजा रिपोर्ट आने तक हमारी तरफ के बीएसएफ के किसी जवान के हताहत होने या किसी प्रकार की क्षति होने की सूचना नहीं मिली है। पाकिस्तान 2003 के संघषर्विराम समझौते का अगस्त में 55 दफा उल्लंघन कर चुका है और इस वर्ष अब तक 245 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ है।