मुंबई : भुगतान बैंक के लिए 11 इकाइयों को मंजूरी प्रदान करने के बाद आरबीआई ने गुरुवार को कहा कि वह अगले महीने लघु वित्त बैंक के लिए लाइसेंस की घोषणा करेगा और इस आशंका को खारिज किया कि ये नई इकाइयां मौजूदा बैंकों के लिए किसी तरह का खतरा हैं।

आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि नए भुगतान बैंक, मौजूदा बैंकों के लिए किसी तरह का प्रतिस्पर्धात्मक खतरा नहीं है और ये नई इकाइयां व्यापक बैंकों के लिए फीडर का काम करेंगी। आरबीआई को लघु वित्त बैंक के लाइसेंस के लिए 72 आवेदन मिले हैं और भुगतान बैंक के लाइसेंस के लिए 41 आवेदन। आरबीआई ने कल इनमें से 11 इकाइयों को भुगतान बैंक के लिए सैद्धांतिक मंजूरी प्रदान की थी जिनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, आदित्य बिड़ला नुवो, टेक महिंद्रा, एयरटेल और वोडाफोन जैसे बड़े नाम शामिल हैं।

लघु वित्त बैंक के लिए आवेदन करने वालों में डीएचएफएल, आईआईएफएल होल्डिंग्स, लुलु फॉरेक्स, एसकेएस माइक्रोफाइनांस, यूएई एक्सचेंज और उज्जीवन फिनांशल शामिल हैं। राजन ने कहा कि आरबीआई अगले महीने लघु वित्त बैंक के लिए लाइसेंस की घोषणा करेगा। लघु वित्त बैंक, मूल बैकिंग सेवाएं प्रदान कर सकते हैं मसलन जमा स्वीकार करना और जिन्हें रिण नहीं मिलता जैसे, छोटे किसान, सूक्ष्म कारोबार उपक्रम, सूक्ष्म एवं लघु उद्योग तथा असंगठित क्षेत्र की इकाइयां, उन्हें ऋण प्रदान करना।

भुगतान बैंकों को भुगतान और रेमिटांस (धन हस्तांतरण) सेवा प्रदान करने की अनुमति होगी लेकिन वे क्रेडिट कार्ड जारी नहीं कर सकते या एक लाख से अधिक जमा स्वीकार नहीं कर सकते। वे एटीएम और डेबिट कार्ड जारी कर सकते हैं और म्यूचुअल फंड एवं बीमा उत्पाद का भी वितरण कर सकते हैं। राजन ने कहा कि भुगतान बैंक, बैंकिंग क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएंगे और इसे ग्राहकों के लिए उत्साहजनक बनाएंगे और मौजूदा रिणदाताओं को जमाकर्ताओं को अपने पास बनाए रखने के लिए सेवा में सुधार करना होगा।

देश के सबसे बड़े बैंक द्वारा आयोजित सम्मेलन में राजन ने एसबीआई की अध्यक्ष अरंधती भट्टाचार्य के साथ बातचीत में कहा ‘‘मुझे कोई संदेह नहीं है कि बैंकिंग क्षेत्र बहुत प्रतिस्पर्धी हो जाएगा और हर तरह की सुविधाएं प्रदान करने वाले बड़े बैंक उपभोक्ताओं को बनाए रखने के लिए पूरी सेवा प्रदान करेंगे।