लखनऊ। नगर विकास एवं अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री चितरंजन स्वरूप का बुधवार को लंबी बीमारी के बाद गुडग़ांव के मेदांता अस्पताल में सुबह11.45 बजे निधन हो गया। राज्यमंत्री चितरंजन स्वरूप लंबे समय से बीमार चल रहे थे। एक सप्ताह पहले उनकी हालत में सुधार भी हुआ था और चिकित्सकों ने डायलसिस भी बंद कर दी थी। स्वास्थ्य में सुधार के बाद बुधवार को राज्यमंत्री चितरंजन स्वरूप की तबियत एकाएक बिगड गई। चिकित्सकों ने काफी प्रयास किया, लेकिन उन्हें नहीं बचाया जा सका। गुडगांव के मेदांता अस्पताल में राज्यमंत्री ने आखिरी सांस ली। समाजवादी पार्टी से मुजफ्फरनगर विधायक चितरंजन स्वरूप पिछले लंबे समय से बीमार चल रहे थे। परिजनों के मताबिक सुबह कुछ स्वास्थ्य ठीक नहीं था और डाक्टरों ने परीक्षण भी किया था। लेकिन उसके दो तीन घंटे बाद ही उन्होंने अंतिम सांस ली।

चितरंजन स्वरूप वर्ष 1974 में पहली बार विधानसभा पहुंचे। इसके बाद वह वर्ष 2002 में भाजपा प्रत्याशी कपिल देव अग्रवाल को हरा कर मुजफ्फरनगर की सदर विधानसभा पर कब्जा जमाया। 2007 के विधानसभा चुनाव में उन्हें भाजपा के अशोक कंसल से हार का सामना करना पड़ा। जबकि वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में अशोक कंसल को हराकर चितरंजन स्वरूप एक बार फिर विधानसभा पहुंचे।