बेंगलुरु : गैर महानगरीय इलाकों में इंटरनेट उपयोक्ताओं की जरूरत को पूरा करने के लिए सर्च इंजिन कंपनी गूगल अब अपने मैप्स व सर्च जैसी सेवाओं का इस्तेमाल हिंदी व भारत की क्षेत्रीय भाषाओं में बढाना चाहती है।

गूगल इंडिया के विपणन निदेशक संदीप मेनन ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, एक अनुमान के अनुसार 50 करोड़ हिंदीभाषी हैं जबकि हिंदी में विकीपेडिया आलेख केवल 1,00,000 है। भारत में इंटरनेट जनसंख्या बहुत तेजी से बढ रही है। यह 2011 में 10 करोड़ थी जो अब 30 करोड़ है और यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट आधार हो गया है। यह संख्या 2017 में 50 करोड़ होने की संभावना है।

उन्होंने कहा कि भारत में पांच में से एक (21 प्रतिशत) लोग इंटरनेट हिंदी में देखना पसंद करते हैं। उन्होंने कहा कि देश में हिंदी सामग्री की खपत सालाना आधार पर 94 प्रतिशत बढी है। गूगल ने हाल ही में एक नयी सुविधा ‘इंस्टेंट ट्रांसलेशन’ शुरू की थी। इसके जरिए प्रिंटेड टेक्स्ट का ट्रांसलेशन किया जा सकता है।