लखनऊ। तीन माह पूर्व फीरोजाबाद हाइवे पर पुलिस पर हमला कर हिरासत से छुड़ाए गए 50 हजार के इनामी पंकज उर्फ भोला जाट को पुलिस ने बीती रात मुठभेड़ में ढेर कर दिया। पश्चिमी उप्र के कुख्यात सरगना अरुण फौजी का यह मुख्य शार्प शूटर था। मुठभेड़ के दौरान उसका साथी भाग गया। पुलिस ने 9 एमएम की पिस्टल, 315 बोर का तमंचा, कई कारतूस व बिना नंबर की बाइक बरामद की है। हिस्ट्रीशीटर भोला पर 19 मुकदमे दर्ज हैं।

अलीगढ़ जिला मुख्यालय से 22 किमी. दूर गौंडा थानाक्षेत्र के गांव ढाटौली निवासी पंकज उर्फ भोला का छोटा भाई अजय कुमार फौज में है। गांव में पिता दिनेश जाट व परिजन रहते हैं। भोला ने आपराधिक दुनिया में 2005 में कदम रखा तो फिर मुड़कर नहीं देखा। 27 मई को मथुरा कोर्ट में पेशी के बाद बस से फीरोजाबाद लौटते वक्त फीरोजाबाद हाइवे पर उसके साथियों ने पुलिस पर हमला कर उसे छुड़ा लिया था। इस दौरान एक सिपाही को भी गोली लगी थी। इस घटना के बाद पुलिस महानिदेशक ने कुख्यात भोला पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। उसके पीछे एसटीएफ के साथ ही फीरोजाबाद, मथुरा, आगरा, हाथरस व अलीगढ़ की पुलिस लगी हुई थी।

बीती रात करीब तीन बजे क्राइम ब्रांच व सर्विलांस टीम सूचना मिली कि भोला बन्नादेवी इलाके में बाइक से साथी संग घूम रहा है। इस पर सर्विलांस टीम प्रभारी छोटेलाल, क्राइम ब्रांच प्रभारी रवि त्यागी व एसओ बन्नादेवी अनुज कुमार ने घेराबंदी की और शहर से सटे सारसौल स्थित भारत गैस एजेंसी वाली रोड पर खेतों के दगड़े (कच्चे रास्ते) पर घेर लिया। जवाबी फायरिंग में घायल हुए भोला को जिला अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। उसे तीन गोलियां लगीं। थीं। गौंडा थाने के हिस्ट्रीशीटर भोला पर हत्या, लूट, डकैती के संगीन मुकदमे दर्ज हैं।