नई दिल्ली। मुंबई हमले के गुनहगार याकूब मेमन को फांसी के बाद दाऊद इब्राहिम का करीबी छोटा शकील बौखला गया है। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में छोटा शकील ने फोन करके धमकी दी है कि भारत को इसका अंजाम भुगतना होगा।

छोटा शकील ने कहा कि याकूब को फांसी देकर उसकी कानूनन हत्या की गई है। छोटा शकील ने अखबार को दिए इंटरव्यू में ये भी कहा है कि याकूब को फांसी देने के बाद सरकार और एजेंसियों से भरोसा खत्म हो गया है और फांसी से ये भी साबित हो गया है कि अगर दाऊद भी कभी भारत आएगा तो उसके साथ भी यही किया जाएगा।

छोटा शकील ने कहा कि तुम लोगों ने एक निर्दोष को उसके भाई के करतूत की सजा दे दी है। इसका अंजाम भुगतना होगा। अब आगे से कोई भी सरकारी चॉकलेट पर भरोसा नहीं करगा। अगली बार जब तुम लोग कोई वायदा करोगे तो कोई तुम्हारी एजेंसियों पर यकीन नहीं करेगा।

बम धमाके में टाइगर मेमन का रोल तो चार्जशीट में लिखा है, लेकिन सरकार ने ऐसे आदमी को सजा दे दी है जो अपने साथ ऑडियो-वीडियो सबूत लेकर गया था। वो दूसरे आरोपियों से सहमत नहीं था और उसने कानून का पालन करने का फैसला किया था। बदले में उसे क्या मिला? तुम लोग अपने अफसरों पर भी भरोसा नहीं रखते। दिल्ली का एक अफसर सीबीआई का उसने बोला था कि इसका रोल नहीं है पर तुम लोगों ने उसका भी भरोसा नहीं किया।

छोटा शकील ने याकूब का पुरजोर बचाव भी किया। इंटरव्यू में उसने कहा है कि याकूब के परिवार को दुबई का वीजा मिल गया था। उसने अपने परिवार को वहां बुलाया और फिर सरेंडर किया। आखिर किसलिए? उसको फांसी देकर क्या मिल गया? क्या तुम लोगों ने कुछ नया हासिल कर लिया? किसी ने कुछ किया और उसकी सजा उसके भाई को दे दी गई। उसका भाई दिमागी तौर पर कमजोर है, उसे भी सजा दी गई, उसकी मां को भी सजा दी गई। जिसने जुर्म किया है उसे बुलाकर फांसी पर लटका दो।

शकील ने कहा कि किसी ने सरकार पर भरोसा किया था, लेकिन उसे धोखा दे दिया गया। कंपनी को सरकार पर कोई भरोसा नहीं है। कौन यहां मरने के लिए वापस लौटेगा? उसकी पत्नी छोटे से बच्चे के साथ भारत लौटी थी और उसे महीनों तक जेल में रहना पड़ा। क्या ये इंसाफ है? उसने मदद की, लेकिन तुम लोगों ने उसके साथ क्या किया? उस पर ये आरोप लगता है कि वो दाऊद का सहयोगी था ये सही नहीं है।