लखनऊ: एस0टी0एफ0 उत्तर प्रदेश को एन0सी0आर0 क्षेत्र में सुपारी लेकर हत्या करने वाले शातिर एवं दुर्दान्त गिरोह के तीन सदस्यों को भारी मात्रा में अस्लाहों के साथ गिरफ्तार करने एवं उनकी निकट भविष्य में की जाने वाले अनेक हत्याओं की योजनाओं को विफल करने में अभूतपूर्व सफलता प्राप्त हुई।

एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को एन0सी0आर0 क्षेत्र में सुपारी लेकर हत्याएं करने वाले गिरोह के सम्बन्ध में सूचनाएं प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एस0टी0एफ0 पश्चिमी, गौतमबुद्धनगर द्वारा अभिसूचना संकलन किया जा रहा था।  अभिसूचना संकलन के दौरान मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि संगठित होकर भाडे पर हत्या करने वाले गिरोह के सदस्य विगत कई दिनों से एन0सी0आर0 व पडोसी जनपदों में हत्या व लूट के अपराधों को बेखोफ होकर अंजाम दे रहे है। आज दि0 23-07-2015 को भी इस गिरोह के सदस्य गांव चांदपुर थाना गभाना, जनपद-अलीगढ में एकत्रित है तथा लोनी, जनपद गाजियाबाद अथवा मिर्जापुर, थाना रबूपुरा क्षेत्र के अन्र्तगत हत्या की घटना को अंजाम देने वाले है। इस सूचना पर एस0टी0एफ0 पश्चिमी, गौतमबुद्धनगर से एक टीम लोनी, जिला-गाजियाबाद व एक टीम ग्राम चांदपुर, थाना गभाना, जिला-अलीगढ में रवाना की गई। ग्राम चांदपुर जाते समय दोहरऊ मोड चैराहे से बुलन्दशहर की ओर जाने वाले हाईवे पर मुखबिर द्वारा सामने से आ रहे मोटरसाईकिल सवार तीन व्यक्तियों की ओर इशारा करके अपराधी होने का संकेत किया। इस पर एस0टी0एफ0 टीम द्वारा उन्हें रोकने का प्रयास  किया तो तीनो व्यक्ति मोटरसाईकिल छोड़कर एसटीएफ टीम पर फायरिंग करते हुए पास के खेतो में घुस गये। एस0टी0एफ0 टीम द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की गयी तथा मुठभेड़ के दौरान साहस एवं संयम का परिचय देते हुए तीनो अभियुक्तों को घेरकर समय 11-30 बजे गिरफ्तार कर लिया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।

प्रारम्भिक पूछताछ पर गिरफतार अभियुक्त विशाल उर्फ शैलू ने बताया कि उसकी बहन के गांव के ही एक लडके राहुल से पे्रम सम्बन्ध थे। उक्त प्रकरण में उसकी बहन ने अपनी शादी के दो माह के अन्दर ही आत्महत्या कर ली, जिस कारण उसकी राहुल से रंजिश हो गई। राहुल की हत्या करने के इरादे से वह अपराधिक प्रवृत्ति के सन्दीप नि0 सैदपुरा, बुलन्दशहर के सम्पर्क में आया। सन्दीप की अपने गांव के बन्टी से रंजिश चल रही थी। संदीप के कहने पर उसने सन्दीप व राहुल सैदपुरा के साथ मिलकर वर्ष 2009 में बन्टी की पहली हत्या की थी। इस मुकदमे में उसका नाम प्रकाश में नहीं आया था। दिसम्बर 2009 में थाना जहांगीराबाद से वह पुलिस मुठभेड में जेल गया, उससे एक पिस्टल व एक लूट की बाईक मौके से बरामद हुई थी। जेल में उसकी अनिल दुजाना व वेदराम सिंह, नि0 अनूपशहर(मूल निवासी तेलिया नगले, बुलन्दशहर) से मुलाकात हुई। जेल से छूटने के बाद जुलाई 2010 में ओमबीर, नि0 ग्राम मूडी थाना औरंगाबाद, बु0शहर का अनिल दुजाना के कहने पर मर्डर किया। वह इस मुकदमें में भी जेल गया था। जेल से छूटने के बाद राहुल सिरौन्धा, जिससे उसकी बहन का पे्रम प्रंसग चल रहा था,

 की हत्या दि0 21-6-2011 को की गयी। इस मुकदमे में वह तथा तपन सोनू जेल गये थे। वर्ष 2012 में जमानत पर वह बाहर आया। मार्च, 2013 में स्याना कस्बा से पोंटी चड्ढा की शराब की दुकानों से पैसा इकट्ठा कर बुलन्दशहर जमा करने के लिये निकले मुनीम से थाना औरंगाबाद क्षेत्र में साढे पांच लाख रूपये लूट लिये थे। इस मुकदमें में वह जेल गया था। लगभग 5 माह जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आया।

अभियुक्त नागेश जाट उम्र 28 वर्ष ने पूछताछ पर बताया कि वर्ष 2001 में नीमका गांव के मनोज से मारपीट के आरोप में जेल गया और 8 माह तक जेल में रहा। जेल से छूटने के बाद मोनू जाट, नि0 ग्राम प्रानगढ, बु0शहर के माध्यम से राजू माहिपा थाना सिकन्द्राबाद से मिला तथा  राजू के माध्यम से सिंहराज भाटी से ग्राम रामपुर थाना दनकौर में वर्ष 2003 में मिला। यहीं से उसका अपराध जगत में प्रवेश हुआ। उस समय सिंहराज ने उसे 10हजार रूपया महीने पर अपने गैंग में रख लिया और छोटे मोटे अपराध कराने लगा। सिंहराज के ही यहां पर उसकी मुलाकात सुन्दर भाटी, कालू भाटी, सुरेन्द्र सुलैला, रवि भाटी, अशोक सिंहावली, अन्नी गूर्जर और बलराज भाटी से हुई।  उसके द्वारा सिंहराज भाटी के कहने पर बलराज भाटी नि0 गांव ढूसरी के विरोधी कटार सिंह दम्पत्ति की प्रधानी के विवाद में 19-11-2012 को गांव से बाहर निकलते हुए सुबह ग्राम जखैता के पास हत्या कर दी गई। इस हत्या में मेरे साथ बलराज भाटी, अन्नी गूर्जर, सुरेन्द्र सुलैला, जीतपाल उर्फ जीतू शामिल थे। इस हत्याकाण्ड के गवाह कटार सिंह के भाई गुलाब सिंह की भी सिंहराज भाटी के कहने पर 17-2-2014 को पुलिस अभिरक्षा से छुडाकर शिकारपुर मार्ग पर हत्या कर दी थी। इस हत्या में उसके साथ बलराज भाटी, अन्नी गूर्जर, सुरेन्द्र सुलैला, नितिन शामिल थे। इसी क्रम में सिंहराज भाटी के कहने पर कटार सिंह के चाचा के लडके विपिन उर्फ लाला की भी दिनांक 18-4-2014 को थाना कोतवाली देहात बुलन्दशहर क्षेत्र के अन्र्तगत यमुनापुरम कालोनी के पास हाईवे मार्ग पर हत्या कर दी गई इस हत्या में भी कारबाईन का प्रयोग किया गया था।  विपिन उर्फ लाला की हत्या में प्रमोद नि0 मुक्तेसरा, थाना औंरगाबाद व पुनीत नि0 महमूदपुर, बुलन्दशहर द्वारा मुखबिरी की गई थी। प्रमोद, विपिन उर्फ लाला का विश्वासपात्र था, जिसको मुखबरी हेतु जोगेन्द्र तेवतिया ने पांच लाख रूपये देकर तोड लिया था। इस हत्या को करने में उसका साथ बलराज भाटी, नितिन उर्फ लम्बू सैदपुरा, लोकेश उर्फ मोटा प्रानगढ व दो अन्य लडके जिन्हे जीतपाल प्रधान ने दिया था, सम्मिलित थे। इन तीनो सनसनीखेज हत्याओं में अब तक उसका नाम प्रकाश में नहीं आया है। यह भी बताया कि वर्ष 2011 में सरजीत नि0 गंगअथला, थाना खुर्जा नगर, बुलन्दशहर जो एक हत्या के आरोप में बुलन्दशहर जेल में बन्द था को पेशी के लिये बुलन्दशहर से अलीगढ जाने के दौरान सिपाहियों की आंखो में मिर्च पाउडर झोंक कर फरार करा लिया था। यह भी बताया कि उसके द्वारा वर्ष 2013 में फरीदाबाद कोर्ट हरियाणा में घटित शशि हत्याकाण्ड के आरोपी मनोज मांगर के कहने पर 10 फरवरी, 2015 में फरीदाबाद में बलराज भाटी,  व वीरपाल नि0 मांगर, फरीदाबाद के साथ एक गवाह की हत्या उसके गांव बदरोला, फरीदाबाद में प्रातः 9 बजे कर दी थी, जिसमें एक अन्य व्यक्ति की भी गोली लगने से मृत्यु हो गई थी। इस हत्या को करने में उन सभी को पांच-पांच लाख रूपये मिले थे।

गिरफतार अभियुक्तों द्वारा भविष्य में अन्जाम देने वाली हत्याओं का विवरण 

सयंुक्त पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि नागेश और विशाल उर्फ शेैलू को मई 2015 के अन्त में हरेन्द्र नि0 बिलसूरी ने महेन्द्र जाट को मारने के लिये चार लाख रूपये तय किये। जो हरेन्द्र के साढू राम कुमार नि0 मुरादाबाद थाना सिकन्द्राबाद, बुलन्दशहर के यहां रखे है। जो हत्या करने के बाद इन्हे लेने थे। यह हत्या नागेश, विशाल उर्फ शैलू व निक्की इस्माईलपुर, थाना सिकन्द्राबाद, बुलन्दशहर को करनी थी। कल 18-7-2015 को हम लोगो द्वारा महेन्द्र जाट के घर पर आस-पास लग कर हत्या करना सुनिश्चित कर लिया था परन्तु उपरोक्त दिनांक को पुलिस की साईरन बजाती जीप के गश्त करने से हम लोगो का प्लान असफल हो गया। परन्तु हम लोगो ने पुनः 22-7-2015 को अलीगढ बुलन्दशहर हाई-वे पर मौका देख कर पुनः हमला किया। जिसमें भी महेन्द्र फौजी बच निकला।

बलराम ठाकुर ने योगेश मलिक नि0 दयानतपुर, हापुड के माध्यम से तीन लाख रूपये में मिर्जापुर थाना रबूपुरा क्षेत्र गौ0नगर के एक व्यक्ति की हत्या का काम मुझे(विशाल उर्फ शैलू) नागेश व योगेश मलिक को सौंपा था। योगेश मलिक ने गांव में उसकी रैकी भी कर ली थी और पेट््रोल पम्प हाईवे के पास टारगेट के मारने की पूरी योजना थी। परन्तु टारगेट के यकायक कार्यक्रम के परिवर्तित होने पर हम लोग चूक गये तथा हत्या करने का अगला मौका तलाशने लगे।

सिंहराज भाटी के निर्देश पर 4-5 दिन पहले नागेश ने कटार सिंह नि0 ढूसरी के लडके जो अपने पिता की हत्या के केस की पैरवी कर रहा था, को मारने के लिये लिये शैलू व योगेश मलिक दोनो को तैयार किया। इसकी मुखबिरी की जिम्मेदारी योगेश मलिक के भाई अमित को सौंपी गई थी व भारी रकम देकर गांव के किसी भी व्यक्ति को कटार सिंह के लडके की हत्या हेतु मुखबरी हेतु तैयार करने के लिये प्रतिदिन हम लोग प्रयासरत थे और जल्द ही हम इस घटना को अंजाम देने वाले थे।

विनोद उर्फ मुखिया ने पूछताछ में बताया कि वह हरियाणा से तस्करी होने वाली अवैध शराब को विगत कई वर्षो से किला परीक्षतगढ व आस-पास के क्षेत्रों में बेच रहा है एवं नाजायज अस्लाह के अवैध व्यापार के अन्दर संगठित रूप से लिप्त है। विनोद द्वारा पूर्व में भी नाजायज अस्लाह व चोरी की मोटरसाईकिल की बरामदगी एवं एक समारोह मंे जान लेवा फायरिंग के प्रकरण में जेल जाना बताया है। उसको मनवीर गूर्जर नि0 वीरसैनपुर, थाना सिम्भावली, जनपद-हापुड़ ने हत्या का एक काम दिया था, जो गाजियाबाद के लोनी बार्डर के पास शराब ठेके पर काम करता है। मनवीर गूर्जर केे मामा के लडके अमित नि0 ग्राम बम्बावढ, गौतमबुद्धनगर को अपने चाचा संतराम नागर उर्फ सन्तू नि0 ग्राम बम्बावड थाना बादलपुर, गौ0नगर की सम्पत्ति विवाद में हत्या करानी थी। इसके लिये उसने ढाई लाख रूपये में विशाल उर्फ शैलू से बात कर रखी थी।

यह भी बताया कि वे लोग जल्द ही गुजरात में एक बडे व्यापारी की भारी धनराशि लेने के बाद हत्या करने की प्लानिंग कर रहे थे तथा इस घटना को सितम्बर, 2015 से पहले पहले अंजाम दिया जाना था।

गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना गभाना, जनपद अलीगढ में दाखिल कर उनके विरूद्ध मु0अ0सं0 217/2015 धारा 307 भादवि, मु0अ0सं0 218/2015 धारा  25आम्र्स एक्ट,  मु0अ0सं0 219/2015 धारा 25 आम्र्स एक्ट, मु0अ0सं0 220/2015 धारा 4/25 आम्र्स एक्ट पंजीकृत कराया गया है।  अग्रिम वैधानिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।