लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष 2015-16 में वाणिज्य कर संग्रह का लक्ष्य 53,500 करोड़ रुपये निर्धारित किया है। वाणिज्य कर वसूली में सक्रियता लाने के निर्देश समस्त विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों को दिये गये हैं। वाणिज्यकर संग्रह की प्रगति की समीक्षा वाणिज्य कर मुख्यालय के शीर्ष अधिकारियांे द्वारा जोनवार आनलाइन की जा रही है।

प्रमुख सचिव वाणिज्य कर ने सम्भावित वाणिज्य करापवंचन की प्रभावी रोकथाम हेतु सचल प्रर्वतन दलों को माल की चेकिंग करने के निर्देश दिये हैं। प्राप्त सूचना के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष में माह जून तक 11387.02 करोड़ रुपये के प्रगामी लक्ष्य के सापेक्ष 9325.84 करोड़ रुपये की वाणिज्यकर/राजस्व की प्राप्तियां हुई हैं। उक्त राजस्व प्राप्तियां गत वर्ष के इसी अवधि में जमा राजस्व से 763.84 करोड़ रुपये अधिक है। 

राज्य सरकार ने व्यापारियों की सुविधा हेतु आनलाइन सुविधा में विभाग में पंजीकृत व्यापारियों को प्रदत्त की है। ई-रजिस्ट्रेशन के अन्तर्गत आनलाइन प्रार्थना पत्र प्राप्त करके तत्काल पंजीकरण को सुविधा प्रदान की गयी है। किसी भी प्रकार की गलती के सुधार हेतु ई-अमेन्डमेंट के अन्तर्गत पंजीयन में व्यापारिक वस्तु को जोड़ने अथवा हटाने के संशोधन हेतु आनलाइन प्रार्थना पत्र प्राप्त किये जाने की सुविधा प्रदान की गयी है। ई-संचरण के अन्तर्गत प्रान्त बाहर से आयातित माल की आनलाइन घोषणा किये जाने की सुविधा दी गयी है।

उ0प्र0 सरकार ने व्यापारियांे के हित में वािणज्य कर विभाग में टी0डी0एस0 की कटौती की राशि का प्रमाण पत्र आनलाइन प्राप्त किये जाने की सुविधा, ई-रिटर्न के अन्तर्गत व्यापारी को आनलाइन विवरणी दाखिल किये जाने की सुविधा तथा व्यापारी को वार्षिक कर विवरणी आन लाइन दाखिल किये जाने की सुविधा दी गयी है। ई-पेमेन्ट के अन्तर्गत आनलाइन कर जमा किये जाने की सुविधा एवं व्यापारी को नोटिस अथवा उनसे संबंधित जानकारी ई-मेल से उपलब्ध कराने की सुविधा तथा व्यापारी को रिफण्ड के प्रार्थना पत्र आनलाइन दिये जाने की भी सुविधा प्रदत्त की गयी है।