नई दिल्ली। फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया(एफटीआईआई) के चेयरमैन पद पर गजेन्द्र चौहान की नियुक्ति का लेकर हो रहे विवाद पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा है कि विरोध करने वाले लोग एंटी हिंदू हैं। अपने साप्ताहिक मुखपत्र ऑर्गेनाइजर में लिखे एक लेख में संघ ने उन लोगों को मानसिक रूप से विक्षिप्त करार दिया है जो गजेन्द्र चौहान की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं।

लेख में कहा गया है कि विरोध कर रहे छात्रों और एफटीआईआई की रेगुलर फैकल्टी की विश्वसनीयता गजेन्द्र चौहान की विश्वसनीयता का मुकाबला नहीं कर सकती। लेख में कहा गया है कि सिर्फ मानसिक रूप से विक्षिप्त लोग ही गजेन्द्र चौहान की विश्वसनीयता पर सवाल उठा रहे हैं। चौहान की योग्यता और अनुभव पर सवाल उठा रही मीडिया रिपोर्ट्स की ओर इशारा करते हुए लिखा गया कि, टीवी सीरियल महाभारत में युधिष्ठिर की भूमिका निभाने वाले चौहान में काबिलियत की कोई कमी नहीं है। उन्होंने लगभग 150 मूवी और 600 टीवी सीरियल में काम किया है और इंडस्ट्री में 34 साल का अनुभव है। इसलिए योग्यता की बात न केवल एक मजाक है और मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति ही चौहान की योग्यता पर सवाल उठाएगा।

लेख में निर्देशन श्याम बेनेगल को भाजपा विरोधी, मृणाल सेन को माओवादी, गिरीश कर्नाड को मशहूर हिंदुओं से नफरत करने वाला, महेश भट्ट को पॉर्न प्रमोटर करार दिया। इसमें लिखा गया है कि एफटीआईआई के पूर्व चेयरमैन यूआर अनंतमूर्ति ने अपने जीवन में कभी अभिनय नहीं किया। 2004 में उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और कहा था कि उनकी प्रमुख विचारधारा भाजपा से लड़ने की ही है।

गजेन्द्र चौहान की नियुक्ति को लेकर इंडस्ट्री के कई लोग विरोध जता चुके हैं। इनमें अनुपम खेर, ऋषि कपूर, रनबीर कपूर और सलमान खान भी शामिल है। सलमान खान ने दिल्ली में पत्रकारों से वार्ता में कहा कि आज हमारी फिल्म इंडस्ट्री जो कुछ भी है वह एफटीआईआई की वजह से है। उन्होंने छात्रों को संस्थान से निकाले जाने के फैसले को भी बेतुका करार दिया।