लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि राज्य सरकार ‘क्लीन यूपी, ग्रीन यूपी’ पर ध्यान केन्द्रित करते हुए प्रदेश के पर्यावरण को संतुलित करने का प्रयास कर रही है। स्वच्छ पर्यावरण आज हम सबकी आवश्यकता है। हमें पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए प्रयास करने होंगे, अन्यथा स्थिति विकट हो जाएगी। इसे ध्यान में रखकर प्रदेश सरकार ने 01 से 07 जुलाई तक राज्य में वन महोत्सव आयोजित किया, जिसके तहत अब तक 01 करोड़ से अधिक पौधे रोपित किए जा चुके हैं।

मुख्यमंत्री ने यह विचार आज यहां ला मार्टिनियर गल्र्स काॅलेज में खुर्शीद मंजिल की प्रकाश व्यवस्था के लोकार्पण के अवसर पर आयोजित वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने की दृष्टि से ऐसे कार्यक्रम अत्यन्त उपयोगी होते हैं। उन्होंने कहा कि इस काॅलेज ने पेड़ लगाने का सिलसिला शुरू कर समाज को एक सन्देश दिया है। काॅलेज कैम्पस में विभिन्न प्रकार के वृक्षों की मौजूदगी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इन वृक्षों से हमें आॅक्सीजन सहित तमाम लाभ मिलते हैं। वृक्ष हमें छाया देने के साथ-साथ फल, फूल भी देते हैं तथा औषधि के रूप में भी इनमें से कई का इस्तेमाल होता है।

श्री यादव ने कहा कि भारत में बहुत ही अच्छी प्रजाति के वृक्ष मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि नीम, पारिजात, आम, इमली, जामुन, पीपल इत्यादि ऐसे पेड़ हैं, जो पर्यावरण को पर्याप्त आॅक्सीजन देकर हमारे लिए अच्छा वातावरण तैयार करते हैं। राज्य की समाजवादी सरकार वृहद् रूप से वृक्षारोपण करवा रही है, ताकि सिकुड़ते हुए जंगलों की समस्या से निपटा जा सके और प्रदेश का ग्रीन कवर लगातार बढ़ता रहे। वृक्ष जमीन की कटान और भूस्खलन को रोकने में बड़े कारगर होते हैं। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राजभवन परिसर में विभिन्न प्रकार के लाभकारी पेड़ लगाए गए हैं। साथ ही, लखनऊ नगर की प्रमुख सड़कों के किनारे तथा पार्कों इत्यादि में भी वृक्षारोपण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के लिए अत्यन्त मुफीद पारिजात वृक्ष को पहली बार नेताजी ने स्थानीय लोहिया पार्क में रोपा था। उसके बाद से पौधारोपण कार्यक्रम के अन्तर्गत अन्य वृक्षों के साथ-साथ इस वृक्ष का सर्वत्र रोपण कराया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण को बचाने में साइकिल बहुत ही कारगर है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार लोगों को साइकिल उपलब्ध करा रही है। सरकार के इस कदम को राजनीति के चश्मे से देखना तर्कसंगत नहीं है, क्यांेंकि अच्छा स्वास्थ्य और स्वच्छ पर्यावरण सभी की आवश्यकता है। इन दोनों आवश्यकताओं पर ध्यान देते हुए राज्य सरकार लखनऊ में साइकिल ट्रैक का निर्माण करवा रही है। साथ ही, आगरा में भी पर्यावरण को बेहतर बनाने की दृष्टि से साइकिल टैªक का निर्माण करवाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये दोनों शहर साइकिल फ्रैण्डली शहर होंगे, जहां लोगों को साइकिल चलाने के लिए अलग से जगह मिलेगी।

श्री यादव ने कहा कि चूंकि पिछले अनेक वर्षों से पर्यावरण के साथ काफी छेड़छाड़ की गई है, इसलिए समाज में कैंसर और हृदय रोग जैसी गम्भीर बीमारियां बढ़ रही हैं। उन्हांेने कहा कि इन्हें रोकने में स्वच्छ पर्यावरण और साइक्लिंग कारगर साबित होंगे।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पारिजात के पौधे का रोपण किया तथा बटन दबाकर खुर्शीद मंजिल की प्रकाश व्यवस्था का लोकार्पण किया। श्री यादव ने काॅलेज परिसर का अवलोकन भी किया। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में अनेक ऐतिहासिक धरोहरें मौजूद हैं, जिनका पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्व है। राज्य सरकार ने ऐसे ऐतिहासिक भवनों में प्रकाश व्यवस्था करवाने का काम शुरू किया है, ताकि पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके। 

इस कार्यक्रम के उपरान्त मुख्यमंत्री ने हुसैनाबाद स्थित घण्टाघर एवं लखनऊ विश्वविद्यालय की प्रकाश व्यवस्था का अवलोकन भी किया।

काॅलेज के कार्यक्रम के दौरान राजनैतिक पेंशन मंत्री श्री राजेन्द्र चैधरी, व्यावसासिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्यमंत्री श्री अभिषेक मिश्रा, विधायक श्री पीटर फैन्थम, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा ला मार्टिनियर गल्र्स काॅलेज की प्रधानाचार्या श्रीमती फरीदा अब्राहम, शिक्षिकाएं, बड़ी संख्या में छात्राएं तथा गणमान्य लोग मौजूद थे।