लखनऊ। “भ्रष्टाचारियों पर मेहरबान प्रदेश  सरकार” यह आरोप लगाते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने कहा कि एनआरएचएम जैसे महाघोटाले में जेल जा चुके आई0एस0 अधिकारी प्रदीप शुक्ला को उ0प्र0 सरकार ने बहाल करके साबित कर दिया कि सरकार की मंशा  प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना नहीं बल्कि भ्रष्टाचार युक्त बनाना है क्योंकि भ्रष्टाचारियों को संवैधानिक पदों पर पुनः आसीन कर रही है और शुक्ला की गुपचुप तरीके से ज्वांइनिंग इसका जीता जागता उदाहरण है। 

चौहान ने प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुये कहा कि जो अधिकारी 5500 करोड़ के महाघोटाला करने के आरोप में सी0बी0आई0 द्वारा गिरफ्तारी के बाद जेल गये और सुप्रीम कोर्ट ने जमानत दे रखी है उसे फिर से बहाल करके राजस्व परिषद मे तैनाती देना साबित करता है कि सरकार की नीयत में खोट हैं। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती बसपा सरकार में एन0आर0एच0एम0 घोटाले में प्रदीप शुक्ला के अलावा पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुषवाहा, अनंत कुमार मिश्र सहित कई अन्य लोगों के नाम प्रकाष में आये थे और दो दो डिप्टी सी0एम0ओ0 को जान तक गवानी पड़ी थी लेकिन सरकार ने ऐसे दागी अधिकारी को तैनाती देकर अपने उपर एक और दाग लगाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि अभी चंद दिनांे पहले शाहजहांपुर में पत्रकार की हत्या तथा दो पूर्व डी0जी0पी0 और सपा नेता शेलेन्द्र अग्रवाल द्वारा ट्रान्सफर पोस्टिंग के मामले पर सरकार ने लीपापोती ही की है।