नई दिल्ली: ललितगेट मुद्दे को लेकर गोविंदाचार्य की ओर से नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना किए जाने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा है कि गोविंदाचार्य ने जो कुछ कहा, वे उनके निजी विचार हैं। संघ ने यह भी कहा कि वह सार्वजनिक तौर पर अपने विचार व्यक्त नहीं करता और उसने किसी को भी विचारक नियुक्त नहीं कर रखा है।

आरएसएस के संयुक्त महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने कहा, गोविंदाचार्य की ओर से जो कुछ भी कहा गया है वो उनकी निजी राय है और वह ऐसा करने का अधिकार रखते हैं। ये विचार आरएसएस के नहीं हैं।

उन्होंने कहा कि देश में हजारों स्वयंसेवक हैं और हर किसी को अपनी खुद की राय रखने का अधिकार है, लेकिन वो राय संघ की नहीं होगी। संघ के भीतर कोई पद नहीं रखने वाले लोग संगठन का विचार व्यक्त नहीं कर सकते।

उल्लेखनीय है कि गोविंदाचार्य ने कहा था कि ललित मोदी कांड में केंद्र सरकार को नैतिकता से मुंह नहीं मोड़ना चाहिए और आरोपी मंत्रियों को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।

गोविंदाचार्य ने कहा कि ललित मोदी कांड में फंसे मंत्रियों को बचाने की कोशिश जनता में सरकार के इक़बाल को कम कर रही है। ललित मोदी कांड में गोविंदाचार्य ने प्रधानमंत्री की चुप्पी पर चुटकी लेते हुए कहा था कि लगता है कि वो (प्रधानमंत्री) चुप रहना सीख रहे हैं।