लखनऊ। करीब 32 दिनों की तालाबंदी के बाद आखिरकार सोमवार को छोटे इमामबाड़े के भी ताले खोल दिए गए। देर रात मौलाना कल्बे जवाद ने प्रदर्शनकारी महिलाओं से बात कर ताला खुलवाया। तालाबंदी खत्म हुई, लेकिन मांगें पूरी होने तक इमामबाड़ा परिसर में महिलाओं का धरना जारी रहेगा। बड़े इमामबाड़े पर 27 जून को ही ताला खुल गया था। वहीं मौलाना कल्बे जवाद का कहना है कि न्यायालय के सम्मान में ताला खोला गया है। मुस्लिम महिला जागरूक मंच की अध्यक्ष शबी फातिमा का कहना है कि तीन दिन में अगर मांगें पूरी नहीं हुई तो फिर तालाबंदी की जाएगी। हाईकोर्ट के सोमवार को नए आदेश के बाद जिला प्रशासन सक्रिय हुआ था। हाईकोर्ट ने छोटे इमामबाड़े की तालाबंदी पर प्रशासन को फटकार लगाते हुए मंगलवार को जिलाधिकारी को तलब किया है। हाईकोर्ट का रुख देखते हुए प्रशासनिक अधिकारी दिन भर भाग-दौड़ करते रहे। प्रशासन जहां लगातार मौलाना कल्बे जवाद और प्रदर्शनकारी महिलाओं से बात कर रहा था, वहीं शाम पांच बजे मौलाना के आवास पर भी बैठकों का सिलसिला चलता रहा। उधर छोटे इमामबाड़े पर प्रदर्शनकारी महिलाएं मशाल जला कर आत्मदाह की धमकी दे रही थीं, जिसकी वजह से भारी पुलिस बल होने के बावजूद प्रशासन हाथ बांधे खड़ा रहा।