नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद की नेता साध्वी प्राची ने एक और विवाद को हवा देते हुए कहा कि योग का विरोध करने वालों को पाकिस्तानी विचारधारा के लोग करार देते हुए कहा कि ऐसे लोगों को पाकिस्तान चले जाना चाहिए और उन्हें इस देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा योग का विरोध करने पर विश्व हिंदू परिषद के जवाब के रूप में यह टिप्पणी आई है।

साध्वी ने इस दौरान उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी को भी नहीं बख्शा और कहा कि विश्व का पहला अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने के लिए राजपथ पर रविवार को जो आयोजन किया गया था वह किसी नेता की लड़की की शादी नहीं थी कि इसमें उन्हें न्योता भेजने की जरूरत थी।

विहिप की तेजतर्रार नेता से जब पर्सनल लॉ बोर्ड के योग के विरोध के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें खुद को भारत की परंपराओं, भारत की संस्कृति के साथ जोड़ना चाहिए, किसी एतराज की कोई जरूरत नहीं है। अगर उन्हें एतराज है तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए। इसका विरोध करने वाले लोगों को भारत में रहने का कोई अधिकार नहीं है।

साध्वी प्राची ने कहा कि वह लोग अन्न भारत का खाते हैं और गीत पाकिस्तान के गाते हैं, योग जोड़ने का काम करता है। यह किसी एक धर्म की आस्थाओं से जुड़ा नहीं है। लोकतंत्र आपको यह नहीं कहता कि आप भारत की परंपराओं और संस्कृति पर एतराज करें। कांग्रेस ने साध्वी की आलोचना की है।

कांग्रेस के प्रवक्ता संजय झा ने कहा कि लोकतंत्र में लोगों को योग करने या नहीं करने की पूरी आजादी है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह लोगों पर योग थोप रही है। बीजेपी ने साध्वी के बयान से किनारा करते हुए कहा कि योग का धर्म से कुछ लेना देना नहीं है।