इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने भारत को म्यांमार की सीमा में घुसकर उग्रवादियों के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई के मद्देनजर अपनी जमीन पर इस तरह का हमला नहीं करने की चेतावनी दी है। पाकिस्तान के गृहमंत्री चौधरी निसार अली खान ने बुधवार को इस्लामाबाद में कहा, “भारत पाकिस्तान को म्यांमार की तरह समझने की भूल न करे क्योंकि हमारी सेना इस तरह की कार्रवाइयों का जवाब देने में सक्षम है।”हालांकि म्यांमार ने इनकार किया हैं कि उनकी सीमा में घुसकर भारत ने उग्रवादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। म्यांमार का कहना हैं ये सब भारतीय सीमा के अंदर हुआ।

भारत के गृह राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने इससे पहले कहा था, “यह स्पष्ट हो गया है कि हम अपनी सीमा एवं लोगों की सुरक्षा करेंगे और इस तरह के और हमले करेंगे। यह संदेश सभी के लिए है। हम अपने अनुकूल समय और स्थान के अनुसार उचित जवाब देंगे।” पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाका आसिफ ने भी भारतीय मंत्री के बयान का जवाब देते हुए कहा, “सरकार देश की रक्षा करेगी और यदि भारत, पाकिस्तान को सबक सिखाना चाहता है तो पाकिस्तान भी भारत को सीख देने में सक्षम है।”

पाकिस्तान ने बंगलादेश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस भाषण का भी विरोध किया था जिसमें उन्होंने बंगलादेश के मुक्ति संघर्ष में भारतीय सैनिकों के बलिदान का उल्लेख किया था। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा था कि मोदी का भाषण 1971 के युद्ध में भारत की नकारात्मक भागीदारी का सबूत है।

उल्लेखनीय है कि मणिपुर में भारतीय सेना पर उग्रवादियों के हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए थे जिसके बाद सेना ने कड़ी कार्रवाई करते हुए कल म्यांमार की सीमा में घुसकर उग्रवादियों के शिविरों पर हमला किया जिसमें करीब 50-60 उग्रवादी मारे गए थे।