नई दिल्ली। विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर दिल्ली सरकार ने प्रदूषण फैलाने के आरोप में 77 होटलों का बिजली-पानी कनेक्शन काट दिया है। ये होटल दिल्ली में इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के पास महिपालपुर इलाके में चल रहे थे। इन होटलों पर प्रदूषण फैलाने का आरोप है।
नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल यानी एनजीटी के आदेश पर दिल्ली सरकार ने ये कार्रवाई की है। वहीं एक साथ 77 होटलों का बिजली-पानी कनेक्शन काटे जाने से नाराज होटल मालिकों और कर्मचारियों ने जमकर धरना प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि इलाके में बड़े होटलों में ग्राहकों का डाइवर्ट करने के लिए ये कार्रवाई की गई है।
होटल मालिकों और कर्मचारियों के मुताबिक होटलों के बंद होने से यहां काम करने वाले करीब 15 हजार लोग बेरोजगार हो जाएंगें। होटल मालिकों का आरोप है कि महिपालपुर के होटलों को एयरपोर्ट के साथ बने बड़े होटलो के लिए बंद किया जा रहा है क्योंकि लोग उन बड़े होटलो में न जाकर महिपालपुर के होटलो में टिकते हैं।
दरअसल इलाके की एसडीएम की अगुआई में दिल्ली सरकार की टीम भारी पुलिस बल के साथ शुक्रवार की सुबह महिपालपुर पहुंची। एसडीएम की अगुआई में शुरू किए गए अभियान के दौरान इलाके में चल रहे 77 होटलों का बिजली पानी कनेक्शन काट दिया गया।
सरकार के मुताबिक, इन होटलों के पास न तो फायर को लेकर एनओसी था और न ही इन्होंने एमसीडी का लाइसेंस ही ले रखा था। दिल्ली पुलिस से भी इन होटलों को अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दी थी। सरकार के मुताबिक, दिल्ली पॉलुशन कंट्रोल बोर्ड ने इस इलाके का दौरा किया और अपनी जांच रिपोर्ट में बताया कि महिलापलपुर के होटल भूजल का दोहन कर रहे हैं और प्रदूषण फैला रहे हैं।
सरकार के मुताबिक इन होटलों का मुद्दा लंबे समय से नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल यानि एनजीटी में चल रहा था और एनजीटी के आदेश पर ही ये कार्रवाई की गई है। एनजीटी के आदेश पर हुए इस कार्रवाई से साफ है कि आने वाले दिनों में प्रदूषण फैलाने वाले लोगों को अब नहीं बख्शा जाएगा। वहीं होटल मालिक इस मामले को कोर्ट ले जाने की तैयारी में हैं।
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