लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार को आखिर ऐसी क्या जरूरत महसूस हुई कि उसने अपनी विरोधी पार्टी की नेता और फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा का रात में दफ्तर खुलवाकर ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया। अगर आरटीओ दफ्तर में जयप्रदा का रात में लाइसेंस बन सकता है तो आम आदमी का क्यों नहीं। 

प्रदेश पार्टी मुख्यालय पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि सत्ता के नशे में चूर समाजवादी पार्टी नियमों और कानून का खुला दुरुपयोग कर रही है। इससे साफ जाहिर होता है कि सपा सरकार के राज में सभी नियम कानून केवल गरीबों और असहायों के लिए हैं जबकि अपने ‘दुलारे’ लोगों के लिए यह सरकार किसी भी हद तक जा सकती है। 

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि जयाप्रदा का ड्राविंग लाइसेंस बनाने के लिए पलक-पावड़ें बिछाने वाला संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) कार्यालय में आम आदमी का किस तरह शोषण होता है यह बात किसी से छिपी नहीं है। ड्राविंग लाइसेंस बनवाने इन कार्यालय पहुंचने वाले आम आदमी को यहां पर कदम-कदम पर भ्रष्टाचार से निपटना पड़ता है।

प्रदेश प्रवक्ता डा0 चन्द्रमोहन ने कहा कि पिछले वर्ष आरटीओ कार्यालय में वीआइपी नंबर के पंजीयन में भ्रष्टाचार का मामला सामने आ चुका है। सपा नेताओं के आगे आरटीओ दफ्तर किस कदर नतमस्तक है इसकी बानगी आजमगढ़ के मेहनगर के सपा विधायक बृजलाल सोनकर का 31 दिसंबर, 2013 को परिवहन विभाग को लिखा गया वह पत्र भी है जिसमें उन्होंने अपने भतीजे की डीसीएम टोएटा गाड़ी न पकडने का आदेश दिया था। इतना ही नहीं प्रदेश के सभी सपा नेताओं की गाडियों की नंबर प्लेट पार्टी के रंग में रंगी है लेकिन आरटीओ दफ्तर इन्हें रोक पाने में सक्षम नहीं हो पा रहा है।