नई दिल्ली। हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंति धड़े के प्रमुख सय्यद अली शाह गिलानी ने सऊदी अरब में अपनी बीमार बेटी से मिलने के लिए भारतीय पासपोर्ट के लिए आवेदन किया है। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी  की जम्मू कश्मीर इकाई ने सोमवार को कहा कि गिलानी को अगर पासपोर्ट चाहिए तो उन्हें पहले यह मानना होगा की वह एक भारतीय हैं और पूर्व में भारत विरोधी हरकतों के लिए “माफी” मांगनी होगी।

भाजपा प्रवक्ता खालिद जहांगीर ने कहा कि गिलानी साहिब को तब तक पासपोर्ट नहीं दिया जा सकता जबतक वह पिछले 25 सालों में की गई अपनी गलतियो के लिए माफी नहीं मांग लेते। पासपोर्ट भारतीय नागरिकों को जारी किए जाते हैं, न की उन लोगों को जो भारत और लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखते। अगर गिलानी साहब को पासपोर्ट चाहिए तो उन्हें अपनी आदतों को सुधारना होगा और देश के कानून को मानना होगा।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि गिलानी यह बात मानते हैं कि वह भारतीय हैं और भविष्य में भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल नहीं होंगे, तो भारत सरकार पासपोर्ट जारी करने की उनके आवेदन पर विचार कर सकती है। जहांगीर ने आगे कहा कि भारत सरकार ऎसे व्यक्ति को पासपोर्ट जारी नहीं कर सकती जो उस देश के खिलाफ जहर उगलता हो जहां वह रहता है।

वहीं, जम्मू कश्मीर में भाजपा के साथ साझा सरकार चला रही पीडीपी का कहना है कि इंसानियत के नाते गिलानी के आवेदन पर विचार कर उन्हें पासपोर्ट जारी कर देना चाहिए। गिलानी के अलावा उनके परिवार के दो और सदस्यो ने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया है।