दिल्ली:
इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है। इस बीच गाजा में इजरायल की बमबारी के चलते लगातार हालात भयावह होते जा रहे हैं। गाजा में अब तक 2215 लोग मारे जा चुके हैं। इसमें 724 भी शामिल हैं। जंग के बीच इजरायल की सेना ने फिलस्तीन के लोगों को उत्तरी गाजा खाली करने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था। आईडीएफ ने शुक्रवार को कहा था कि गाजा के लोग अपनी सुरक्षा के लिए गाजा पट्टी के दक्षिणी हिस्से में चले जाएं। दक्षिणी गाजा की ओर जाते समय भी कई लोग इजरायल की बमबारी के निशाने पर आ गए और उन्हें जिंदगी से हाथ धोना पड़ा।

गाजा में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। इस बीच इजरायल ने गाजा पट्टी में बिजली-पानी की सप्लाई रोक दी है। दुकानों में राशन खत्म हो गया है। यहां के लोगों के पास खाने के लिए भी कुछ नहीं बचा है। लोगों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। इस बीच इजरायल डिफेंस फोर्स ने दावा किया है कि हमास फिलिस्तीनी नागरिकों को उत्तरी गाजा से दक्षिणी गाजा की ओर जाने से रोक रहा है।

इजरायल डिफेंस फोर्स ने एक्स पर पोस्ट किया, “हमारे पास सबूत हैं कि हमास फिलस्तीनी नागरिकों को उत्तरी से दक्षिणी गाजा की ओर जाने से रोकने के लिए बाधाएं खड़ी कर रहा है। हमास नागरिकों को नुकसान पहुंचाने पर गर्व करता है और प्रत्येक नागरिक क्षति के लिए जिम्मेदार है।”

गाजा पट्टी में करीब 20 लाख फिलिस्तिनी रहते हैं। इनमें महिलाएं और बच्चे बड़ी संख्या में शामिल हैं। इसे दुनिया के सबसे घनत्व आबादी वाला क्षेत्र माना जाता है। यही वजह है कि इजराइल ने वहां के नागरिकों को गाजा खाली करने की चेतावनी दी है। इजराय की चेतावनी के बाद गाजा पट्टी से करीब 4 लाख 23 हजार पलायन कर चुके हैं। सवाल यह है कि इतनी बड़ी आबादी क्या इतनी जल्दी उत्तर से दक्षिण की तरफ जा पाएगी?