लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा लोकतंत्र की रक्षा के तमाम दावों के बीच मुख्यमंत्री आमजन के लिए अनुपलब्ध है मत्रियों के मिलने का समय तक नही, तय है आम जन कहा जाये। प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री तक की  आमजनता के लिए  अनुपलब्ध है अधिकारियों के यहां सुनाई नहीं हो रही है। यह दर्द केवल आमजनता का नही बल्कि सत्तारूढ दल के नेताओं भी है। जिसे उन्होंने खुद मुख्यमंत्री के सामने प्रकट किया है। 

श्री पाठक ने कहा कि माया सरकार में शुरू हुई हिटलर शाही अखिलेश सरकार में भी जारी है। जनता दर्शन को जोर-शोर से बहुप्रचारित कर शुरू करनेवाली अखिलेश सरकार ने जनसमस्याओं को बढता देख जनता दर्शन का कार्यक्रम ही बन्द कर दिया। जनता अपनी समस्याओं को लेकर राजधानी की सड़को पर भटक रही है, मंत्रियों के मिलने का भी कोई निश्चित समय नही है। आम आदमी कहां जाय किससे बात करे। 

उन्होंने कहा कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव अपनी बैठकोे से लेकर सार्वजनिक रूप से कह चुके हे कि जनता से मिलने का कार्यक्रम मंत्री मुख्यमंत्री बनाये यहां तक की जन प्रतिनिधि भी नहीं मिल पा रहे है, उन्होंने अपने काल का उदाहरण देते हुए कहा था कि उन्होंने समय निश्चित किया था। किन्तु अखिलेश सरकार ने तो शायद ठान ही लिया है कि मुलायम सिंह यादव की कही बातों पर गौर नहीं करना है। 

श्री पाठक ने कल समाजवादी पार्टी के युवा संगठनों की बैठक का मीडिया में आई रिपोर्टो के हवाले से जिक्र करते हुए कहा कि आमजन तो आम जन अब तो समाजवादी पार्टी का नौवजवान भी इस सरकार से निराश हो रहा है, इसी लिए वह मुख्यमंत्री के सामने जब अपना दर्द बयां कर रहा था तो बजाय इसके कि उसके समाधान खोजे जांय उपलब्धियो की गाथा गायी गई। 

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि लोकतंत्र जनसुनवाई होनी चाहिए, मुख्यमंत्री से लेकर मंत्रीतक क्यों जनता के सवाल से भाग रहे है। फिर अधिकारियों का जनता से मिलने का जो समय सरकार ने निश्चित किया वह हो नही रहा, अब जब ये नही हो रहा तो इसका अनुश्रवण कौन करेगा। उन्होंने कहा कि अपनी पार्टी कार्यकर्ता की बातो के बहाने ही सही, कम से कम जनसुनवाई के अवसर तो प्रदान करेे अखिलेश सरकार।