नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वह दिग्विजय सिंह के खिलाफ कार्रवाई के लिए सोनिया गांधी को खत लिखेंगे और मिलने का समय भी मांगेंगे। उन्होंने कहा कि क्या सोनिया ने दिग्विजय सिंह को उनकी और उनके परिवार की छवि धूमिल करने की सहमति दे रखी है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वह कांग्रेस प्रमुख को पत्र लिखने के साथ ही उनसे यह पूछने के लिए मिलने का समय भी लेंगे कि क्या सोनिया गांधी ने अपनी पार्टी के नेताओं विशेषकर पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह को आधारहीन एवं झूठे आरोपों के जरिये उनकी एवं उनके परिवार की छवि धूमिल करने पर सहमति दी है।

चौहान ने अपने सरकारी निवास पर संवाददाताओं से कहा, मैं सोनियाजी को पत्र लिखूंगा और उनसे मिलने का समय भी लूंगा तथा जानना चाहूंगा कि क्या उन्होने प्रदेश के अपने पार्टी नेताओं विशेषकर दिग्विजय सिंह को मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ आधारहीन और पूरी तरह झूठा अभियान चलाने पर सहमति दी हुई है।

उन्होंने कहा, गंदी राजनीति और सतही अभियान के जरिये झूठे एवं फर्जी आरोप लगाकर मेरी और मेरी पत्नी की छवि को धूमिल करने का प्रयास अब बंद होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा, उच्च न्यायालय ने विशेष जांच दल (एसआईटी) की रिपोर्ट पर सहमति देकर दिग्विजय सिंह की सच्चाई उजागर कर दी है। जिन दस्तावेजों के आधार पर दिग्विजय मेरी छवि पर कीचड़ उछालने का अभियान चला रहे थे, वे कूटरचित निकले।

मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने दो दिन पहले ही एसआईटी की उस रिपोर्ट पर अपनी रजामंदी दी है, जिसमें उसने सायबर एक्सपर्ट मिस्टर एक्स (कोर्ट के रिकॉर्ड के अनुसार) द्वारा दिल्ली उच्च न्यायालय में प्रस्तुत पैन ड्राइव एवं एक्सल शीट को फर्जी एवं कूटरचित करार दिया था। दिल्ली उच्च न्यायालय के सामने अपनी जान पर खतरे की बात करते हुए इस सायबर एक्सपर्ट मि. एक्स ने पैन ड्राइव में मौजूद एक्सल शीट की वास्तविकता का दावा किया था। दिल्ली उच्च न्यायालय ने उसे कहा था कि चूंकि इस मामले की जांच मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय की निगरानी में चल रही है, इसलिए वह अपनी याचिका एवं सबूत लेकर उसके सामने उपस्थित हो।

प्रशांत पाण्डे नामक इस सायबर एक्सपर्ट, जिसे मि. एक्स कहा गया था, का यह भी दावा था कि उसके पैन ड्राइव में मौजूद मध्यप्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले की कथित वास्तविक एक्सल शीट में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी नाम है।

बाद में इन्हीं दस्तावेजों को अपने शपथ पत्र के साथ दिग्विजय सिंह ने एसआईटी को यह कहते हुए सौंपा था कि इसमें मुख्यमंत्री चौहान का भी नाम है।

एसआईटी ने दो दिन पहले उच्च न्यायालय में जो रिपोर्ट पेश की थी, उसमें सायबर एक्सपर्ट मि. एक्स की पैन ड्राइव और एक्सल शीट को कूटरचित बताया गया था।